हम बंगाल सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे : अनित
बदला सुर. दार्जिलिंग में मोर्चा के विनय गुट की जनसभा पहाड़ के विकास के लिए सरकार ने हमें दिया है पद अहलुवालिया और मोदी ने गोरखाओं को दिया धोखा दार्जिलिंग : जीटीए सभा के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के वाइस चेयरमैन अनित थापा ने कहा है कि हम लोग बंगाल के साथ मिलकर काम करेंगे. रविवार […]
बदला सुर. दार्जिलिंग में मोर्चा के विनय गुट की जनसभा
पहाड़ के विकास के लिए सरकार ने हमें दिया है पद
अहलुवालिया और मोदी ने गोरखाओं को दिया धोखा
दार्जिलिंग : जीटीए सभा के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के वाइस चेयरमैन अनित थापा ने कहा है कि हम लोग बंगाल के साथ मिलकर काम करेंगे. रविवार को दार्जिलिंग शहर के मोटर स्टैंड में गोजमुमो (विनय गुट) की दार्जिलिंग सदर महकमा समिति की ओर से जनसभा आयोजित की गयी. इसमें मुख्य वक्ता के रूप में अनित थापा उपस्थित थे.
अपने संबोधन में श्री थापा ने कहा : मुझे झूठ बोलना नहीं आता. बंगाल सरकार ने दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए जीटीए सभा के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रिेशन का गठन किया है, जिसका जिम्मा हमें दिया है और हम लोगों ने उस को स्वीकार किया है. इसलिए हमलोग बंगाल सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे. अनित थापा ने परोक्ष रूप से विमल गुरुंग के नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा : 2007 में गोजमुमो का गठन हुआ. तब से लेकर आज तक तीन बार जनता के साथ झूठ बोला गया.
शुरू में गोरखालैंड के नाम पर आन्दोलन किया था और 2011 में जीटीए सभा के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये गये. फिर 2013 में तेलंगाना राज्य गठन को लेकर पहल शुरू हुई, तो मोर्चा ने फिर आन्दोलन चलाया और जीटीए सभा के 45 में से 44 सभासदों ने अपने पद से इस्तीफा दिया. उस वक्त मैंने सोचा था कि इस बार गोरखालैंड पक्का बनेगा. हमलोग सड़क पर उतर आये. पुलिस ने मुझे पकड़ लिया था. जेल में मैं छह महीना तक रहा. लेकिन उसी दौरान गोरखालैंड आन्दोलन करनेवालों ने जीटीए को फिर स्वीकार किया और कोलकता में शपथ ग्रहण करके लौट आये. इसी तरह, कुछ महीनों पहले गोर्खालैंड आन्दोलन का शंखघोष किया गया.
मोर्चा को जब-जब संकट अपनी जमीन खिसकती दिखती है, तब-तब उसे गोरखालैंड की याद आती है. बीते दिनों 12 लोग शहीद हुए, लेकिन आन्दोलन का परिणाम शून्य रहा. उस दौरान हम लोग विमल गुरुंग से पूछकर ही बातचीत के लिए कोलकता गये थे. बंद भी उनके निर्देश पर ही वापस लिया, परंतु हम लोगों को जनता के आगे झूठा बनाने का कार्य किया गया.
आयोजित सभा की अध्यक्षता एलएम लामा ने की. सभा को आलोककांत मणि थुलुग, अरुण छेत्री आदि ने भी संबोधित किया.
जिन्होंने हमें पार्टी से निकाला, वे खुद बाहर होनेवाले हैं
अनित थापा ने कहा कि मोर्चा का अस्तित्व मिटने के कगार पर था. हमलोगों ने मोर्चा और मोर्चा का झंडा बचाया. विमल गुरुंग का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा : जिन्होंने हमलोगों को पार्टी से निष्कासित किया था, अब उनके ही पार्टी से निष्कासित होने का समय आ चुका है. अनित ने दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहुलवालिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गोरखाओं से दगाबाजी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा : बीते 10 सालों से दार्जिलिगं की जनता एक नेता की बंधक थी. सभासद से लेकर नगरपार्षद तक का रिमोट कंट्रोल पातलेबास में था. लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा.