सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी महकमा परिषद में त्रिस्तरीय चुनाव को लेकर प्रशासन द्वारा बुलायी गयी बैठक का आज विपक्ष ने बहिष्कार किया. इस बैठक को संशोधन सूची में विचार-विमर्श तथा विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा इस मुद्दे पर राय लेने के लिए बुलायी गयी थी.
जबकि बैठक की अध्यक्षता करने के लिए दार्जिलिंग के जिला शासक पुनित यादव खुद ही समय पर नहीं पहुंचे. उनके पहुंचने से पहले ही तृणमूल कांग्रेस को छोड़ कर अन्य सभी विरोधी पार्टियां(माकपा, कांग्रेस, भाजपा व अन्य) के प्रतिनिधि बैठक से उठ गये और सभा कक्ष से बाहर निकल गये.
माकपा नेता मुंशी नुरुल इस्लाम ने इसे पूरी तरह राजनीतिक षडयंत्र बताया. उनका कहना है कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के दबाव में ही प्रशासन ने इस तरह की अनियमितता बरती हैं. वहीं, कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला के अध्यक्ष व विधायक शंकर मालाकार ने भी इसे राजनैतिक षडयंत्र करार दिया.उन्होंने कहा कि बिना समय दिये ही आज की बैठक का कोई औचित्य नहीं है.
इसे लेकर प्रशासन को पहले ही प्रखंड स्तर पर सर्वदलीय बैठक करनी चाहिए थी. वहीं, भाजपा के दार्जिलिंग जिला के अध्यक्ष रथींद्र बोस ने भी इसे तृणमूल कांग्रेस की राजनैतिक चाल बतायी. उन्होंने कहा कि संशोधन सूची जारी करने में प्रशासन ने नियम-कानून को ताक में रख दिया है, जो उचित नहीं है. उन्होंने भी सूची जारी करने से पहले प्रखंड स्तर पर सर्वदलीय बैठक किये जाने की वकालत की. दूसरी ओर, जिलाधिकारी पुनित यादव ने अपने बचाव में कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के दबाव में कोई कार्य नहीं हुआ है. निष्पक्ष तरीके से ही सूची जारी की गयी है. साथ ही उन्होंने बैठक में देर से पहुंचने के बाबत कहा कि राज्यपाल आज कोलकाता के लिए रवाना हो गये हैं. उनकी ड्यूटी के कारण ही बैठक में पहुंचने में देरी हुई है, जिसका उन्हें खेद है.