अवैध पार्किंग, फुटपाथ दखल पर हंगामा

तृणमूल व भाजपा ने वर्तमान वाम बोर्ड को ठहराया जिम्मेदार सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम में शुक्रवार को मासिक बोर्ड मीटिंग में विरोधी तृणमूल कांग्रेस (तृकां) व भाजपा पार्षदों ने शहर में जाम की समस्या पर हल्लाबोल किया. साथ ही शहर में अवैध पार्किंग, सड़क-फुटपाथ दखल और ट्रेड लाइसेंस मसले पर भी खूब बवाल काटा. शहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2017 5:39 AM
तृणमूल व भाजपा ने वर्तमान वाम बोर्ड को ठहराया जिम्मेदार
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम में शुक्रवार को मासिक बोर्ड मीटिंग में विरोधी तृणमूल कांग्रेस (तृकां) व भाजपा पार्षदों ने शहर में जाम की समस्या पर हल्लाबोल किया. साथ ही शहर में अवैध पार्किंग, सड़क-फुटपाथ दखल और ट्रेड लाइसेंस मसले पर भी खूब बवाल काटा.
शहर की इन मुख्य समस्याओं के लिए विरोधियों ने एक सुर में निगम की ढाई वर्ष की वर्तमान वाम बोर्ड को ही जिम्मेदार ठहराया. बोर्ड मीटिंग पहले से निर्धारित समय दोपहर के एक बजे निगम के प्रशासनिक भवन में वाम बोर्ड के चेयरमैन दिलीप सिंह के अध्यक्षता में शुरू हुई. मीटिंग की शुरुआत में श्री सिंह के निर्देश पर सभी पार्षदों ने निगम के पूर्व चेयरमैन सपन सरकार के इसी महीने निधन होने और अपने जमाने के सदाबहार अभिनेता शशि कपूर व शहीद कई भारतीय फौजियों की आत्मशांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी.
बसों के दिनभर खड़े रहने पर उठायी आवाज : एक नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद मालती राय ने अपने इलाके के सिलीगुड़ी जंक्शन, हिलकार्ट रोड, मल्लागुड़ी इलाके में दिनभर खड़े रहनेवाले कोलकाता-बिहार-असम व अन्य रूटों की ओर जानेवाले बसों और माल उठाने के लिए इन बसों का मुख्य सड़कों के किनारे ही दिनभर ठहराव के जोरदार तरीके से आवाज उठायी. श्रीमती राय का आरोप है कि इस लंबी-लंबी बसों के वजह से ही हिलकार्ट पर हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है और अन्य वाहनों का रफ्तार दिन-प्रतिदिन कमता जा रहा है.
कभी-कभी जाम की समस्या इतनी विकराल रूप धारण कर लेती है कि उनके वार्ड से निगम तक की मात्र 10 मिनट की दूरी तय करने में ही घंटों का समय लग जाता है. उन्होंने इस समस्या को दूर करने के लिए वाम बोर्ड से जल्द उचित कदम उठाने की गुजारिश की. साथ ही उन्होंने अपने वार्ड ही स्थित किरणचंद्र श्मशान घाट की सुरक्षा व असामाजिक तत्त्वों के उपद्रवों को रोकने के लिए जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने और वार्ड में इलेक्ट्रॉनिक पोल लगाने का प्रस्ताव एकबार फिर रखी. एक नंबर वार्ड के मुख्य सड़कों पर भरी बसों के दिनभर ठहराव के लिए डिप्टी मेयर रामभजन महतो व दो नंबर वार्ड की माकपा पार्षद स्निग्धा हाजरा ने सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की ट्रॉफिक विंग को दायी ठहराया.
श्री महतो का कहना है कि शहर को जाम मुक्त करने के लिए जब कभी भी निगम के वर्तमान बोर्ड ने ट्रैफिक पुलिस के साथ मीटिंग करनी चाही तो अधिकारियों ने साफ तौर पर वाम बोर्ड के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया. इसके बावजूद वाम बोर्ड बार-बार शहर को जाम मुक्त करने के लिए गंभीर है और इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ बातचीत करने का प्रयास जारी रखेगी. साथ ही उन्होंने श्मशान घाट में सीसी टीवी कैमरे और इलेक्ट्रिक पोल लगाने का काम जल्द शुरु किये जाने का आश्वान दिया.
स्कूल बसों व ट्रांसपोर्टरों पर उठे सवाल
13 नंबर वार्ड के तृकां पार्षद मानिक दे ने स्कूलों के लंबी-लंबी बसों और शहर के रिहायशी इलाकों में ट्रांसपोर्टरों के भारी वाहनों को जाम के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने केवल अपने ही वार्ड में कई अवैध ट्रांसपोर्टरों के गोदाम होने का दावा किया. श्री दे का कहना है कि मालवाहक भारी वाहनों से लोडिंग-अनलोडिंग के लिए इन गोदामों में पार्किंग की जगह नहीं है. ऐसे में इन प्रतिष्ठानों को ट्रैड लाइसेंस जारी किये जाने पर उन्होंने सवाल खड़ा किया. उनका कहना है कि मुख्य सड़कों के किनारे घंटों तक इन भारी वाहनों के खड़े रहने जाम लगी रहती है.
साथ ही स्कूल आने-जाने के समय लंबी बसों के वजह से दुर्घटना और जाम की समस्या दिनभर बनी रहती है. उन्होंने स्कूलों के लिए लंबी बसों की जगह मिनी बसों के आवागमन का प्रस्ताव दिया. श्री दे का जवाब देते हुए ट्रेड लाइसेंस विभाग के एमआइसी कमल अग्रवाल ने तृकां को उनके ही लहजे में करारा जवाब दिया.
समस्याओं पर किसने क्या कहा
विरोधी दल के तृकां नेता सह 20 नंबर वार्ड के पार्षद रंजन सरकार उर्फ राणा दा, एक नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद मालती राय, 12 नंबर वार्ड के पार्षद नांटू पाल, 13 नंबर वार्ड के पार्षद मानिक दे, 17 नंबर वार्ड की पार्षद शुक्ला देव, 18 नंबर वार्ड के पार्षद निखिल सहनी, 23 नंबर वार्ड के पार्षद कृष्ण चंद्र पाल व अन्य ने भी जाम की समस्या को शहर का सबसे प्रमुख समस्या ठहराया.
राणा दा और कृष्ण चंद्र पाल ने शहर में जाम की समस्या के साथ ही अवैध पार्किंग, बेलगाम टोटो, सड़क-फूटपाथ दखल, कुकुरमुत्ते की तरह हर रोज उग आ रहे अवैध गुमटियां-ठेले, ट्रेड लाइसेंस में धांधली, अवैध होर्डिंग्स जैसे मसले के लिए सीधे तौर पर मेयर अशोक भट्टाचार्य के कथित रूप से रिमोट कंट्रोल से संचालित वाम बोर्ड को ही जिम्मेदार ठहराया.
अन्य पार्षदों ने भी अपने-अपने वार्ड इलाकों में जाम की समस्या पर वाम बोर्ड को घेरने की कोशिश की. विरोधियों के एक के बाद एक आरोपों का जवाब भी श्री भट्टाचार्य ने चुटकी लेकर दी और मीटिंग हॉल हंसी-ठिठौली से गूंज उठा. वहीं, डिप्टी मेयर रामभजन महतो व ट्रैड लाइसेंस विभाग के मेयर परिषद सदस्य कमल अग्रवाल ने भी विरोधियों का जवाब उन्हीं के लहजे में दिया.

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