वन मंत्रालय को सौंपी गयी रिपोर्ट
सिलीगुड़ी. राज्य वन विभाग द्वारा गठित स्पेशन टास्क फोर्स, नॉर्थ बंगाल को मजबूत करने व आवश्यक मांगें पूरी करने की कवायद तेज की गयी है. वन मंत्रालय ने टास्क फोर्स से उसके गठन से लेकर अब तक की गतिविधियों का पूरा ब्योरा मांगा है. बेलाकोबा रेंज के रेंजर व टास्क फोर्स के प्रमुख रेंजर संजय […]
सिलीगुड़ी. राज्य वन विभाग द्वारा गठित स्पेशन टास्क फोर्स, नॉर्थ बंगाल को मजबूत करने व आवश्यक मांगें पूरी करने की कवायद तेज की गयी है. वन मंत्रालय ने टास्क फोर्स से उसके गठन से लेकर अब तक की गतिविधियों का पूरा ब्योरा मांगा है. बेलाकोबा रेंज के रेंजर व टास्क फोर्स के प्रमुख रेंजर संजय दत्त ने गतिविधि की एक रिपोर्ट बनाकर मंत्रालय को सौंपी है. इस टास्क फोर्स ने पूरे देश में वन संबंधी अपराधियों को पकड़ने का एक रिकॉर्ड बनाया है.
वन विभाग का यह टास्क फोर्स राज्य का पहला टास्क फोर्स है. वन्य जीवों के देहावशेषों की तस्करी करनेवालों के लिए चीन एक बहुत बड़ा बाजार है. देश के विभिन्न भागों के जंगलों में पाये जानेवाले वन्य जीवों का देहावशेष सिलीगुड़ी कोरीडॉर से नेपाल के रास्ते चीन भेजा जाता है.
उत्तर बंगाल के जंगलों सहित देश के विभिन्न जंगलों के वन्य जीवों के देहावशेष व वन्य संपत्तियों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए ही इस टास्क फोर्स का गठन किया गया. लेकिन टास्क फोर्स सरकार व विभाग की ओर से जो सुविधाएं व साधन मिलने चाहिए, उसमें भारी कमी है.
इस टास्क फोर्स के पास मोबाइल कॉल डिटेल्स जांच करने के लिए सीडीआर एनालाइसिस सिस्टम तक नहीं होना आश्चर्य की बात है. राज्य का यह पहला टास्क फोर्स एक रेंज कार्यालय को उपलब्ध सीमित साधनों में ही बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. टास्क फोर्स प्रमुख सह बेलाकोबा के रेंजर संजय दत्त ने अभाव को जाहिर न करते हुए कहा कि वे अवाम की नौकरी करते हैं.
जो जिम्मेदारी सरकार उन पर सौंपती है, उसे वह बखूबी निभाने की कोशिश करते हैं. इस संबंध में उत्तर बंगाल के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वनपाल एमआर बालोच ने भी साधन व सुविधाओं के अभाव की बात को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि एक टास्क फोर्स के जिस प्रकार की सुविधाएं व साधन उपलब्ध होने चाहिए, उतना नहीं है.
बेलाकोवा के रेंजर संजय दत्त के जज्बे को देखकर ही टास्क फोर्स का गठन किया है. हाल ही मे दो महिला कर्मचारी के अलावा फोर्स में बढ़ोतरी की गयी है. इस टास्क फोर्स को और अधिक फंडिग की आवश्यकता है. वर्तमान समय के अनुसार कुछ हथियार व आग्नेयास्त्र के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भी दिया जा चुका है. संजय दत्त के नेतृत्व में यह टास्क फोर्स बेहतर कार्य कर रही है. इस टास्क फोर्स को सभी आवश्यक सुविधाएं व साधन उपलब्ध कराने के लिए हम प्रयासरत हैं.
टास्क फोर्स का प्रमुख बनाये जाने के बाद से संजय दत्त के नेतृत्व में कुल 356 आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है. इसके अतिरिक्त 83 वाहन, 110 साइकिलें, लकड़ी की 32 नौकाएं जब्त की हैं. उत्तर बंगाल के जंगलों से वन संपत्तियों व वन्य प्राणियों के देहावशेषों की तस्करी करनेवालों के भीतर इस अधिकारी का इतना खौफ हो गया है कि 90 लोगों ने इनके सामने आत्मसमर्पण किया है. साथ ही कई के पास से आग्नेयास्त्र सहित वन्य जीवों की हत्या के लिए प्रयोग किये जानेवाले अस्त्र-शस्त्र भी बरामद किये हैं.
बड़े पैमाने पर वन्य जीवों के देहांश जब्त
अपने कार्यकाल में संजय दत्त ने रायनो के चार सींग, तेंदुए का 11 व रॉयल बंगाल टाइगर की एक खाल, हाथी के दांत व अन्य वन्य प्राणियों की 482 हड्डियां, 15 तक्षक के अलावा तस्करी के लिए लाया गया कछुआ, हिरण की मांस, खाल तथा उसके सींग बरामद किये हैं.
इस टास्क फोर्स ने सांप के जहर की तस्करी का पर्दाफाश किया था. उत्तर बंगाल से सांप के जहर का कुल 12 बोतल जब्त कर जांच के लिए भेजा. उत्तर बंगाल से लेकर राज्य व देश के कई विभिन्न इलाकों में छुपे तस्करों को भी गिरफ्तार करने में सफल रहे हैं. गिरफ्तार किये गये इन आरोपियों में कई पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, बांग्लादेश व बैंकाक के तस्कर भी शामिल हैं.