दक्षिण से उत्तर बंगाल तक हो रहा है विकास: मुख्यमंत्री
नये साल में किसानों के लिए कई घोषणाएंप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, केवल एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही की वापसी?Jayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया […]
नये साल में किसानों के लिए कई घोषणाएं
चाय व पर्यटन उद्योग को और विकसित करने पर जोर
विनय, अनित व मन करेंगे पहाड़ का विकास
जीटीए को और मजबूत करने का किया वादा
सिलीगुड़ी : दक्षिण से उत्तर बंगाल (कोलकाता से दार्जिलिंग, कूचबिहार) तक पूरे पश्चिम बंगाल का विकास हो रहा है. राज्य भर में विकास करने का यह दावा सोमवार को मुख्यमंत्री (सीएम) ममता बनर्जी ने उत्तर बंग उत्सव के उद्घाटन के दौरान सिलीगुड़ी कंचनजंघा स्टेडियम में बने रंगमंच से किया. इस दौरान उन्होंने विरोधी राजनीतिक पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा कि पूरे राज्य का जो चहुमुखी विकास मात्र सात-आठ सालों की मां-माटी-मानुष की तृणमूल सरकार में हुआ, बंगाल का वह विकास इससे पहले कभी भी किसी सरकार में नहीं हुआ. ममता का कहना है कि हमने हर तबके विकास का हमेशा ख्याल रखा है.
उन्होंने कहा कि दक्षिण बंगाल और उत्तर बंगाल के विकास को लेकर कभी भी राजनीति नहीं की है. वहीं, उत्तर बंग उत्सव से पूरे बंगाल में कृषि जमीन को खजाना मुक्त करने का एलान कर ममता ने नये साल में किसानों पर अपनी ‘ममता’ उड़ेली. उन्होंने बताया कि इस साल बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान के लिए राज्य भर के पीड़ित किसानों को सरकार द्वारा अब-तक 12 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है. ममता ने पहाड़-तराई-डुआर्स क्षेत्रों में चाय व पर्यटन उद्योग को और अधिक विकसित करने का दावा किया.
कृषि जमीन पर नहीं देना होगा खजाना
गाजलडोबा बनेगा पर्यटन हब
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के निकट गाजलडोबा को पर्यटन हब ‘भोरेर आलो’ में तब्दील किया जा रहा है. जिसके तहत दार्जिलिंग के टाइगर हिल जैसे प्रकृति की हसीन खुबसूरती का लुत्फ देशी-विदेशी सैलानी गाजलडोबा से ही उठा सकेंगे. ममता ने कहा कि अब पहाड़ दुबारा हंस रहा है. उन्होंने पहाड़ की विभिन्न जातियों के भाषा-संस्कृति को विकसित करने के लिए गठित 15 विकास बोर्ड के कार्यों की जहां खूब प्रशंसा की वहीं, पहाड़ के विकास के लिए नये नेता विनय तमांग, अनित थापा, मन घीसिंग जैसे पहाड़ी नेताओं के हाथों में बागडोगर होने का एलान भी किया. ममता ने पहाड़ के चहुमुखी विकास के लिए जीटीए को और मजबूत करने व बंगाल सरकार द्वारा पूरा सहयोग करने का वादा भी किया.