सिलीगुड़ी : सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले विद्यार्थियों की अंग्रेजी में पकड़ मजबूत करने के लिए राज्य शिक्षा विभाग तकनीकी का सहारा लेने जा रही है. बताया जा रहा है कि इसके लिए राज्य का तकनीकी विभाग एक विदेशी संस्था के साथ मिलकर ऐसे चिप का निर्माण करने जा रहा है जिसमें अंग्रेजी ग्रामर के साथ ही स्पोकन इंगलिश पर जोर दिया गया है. सूत्रों से पता चला है कि मार्च महीने तक राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों को यह चिप मुहैया करवा दी जायेगी. राज्य प्राथमिक शिक्षा पर्षद के चेयरमैन माणिक भट्टाचार्य ने कहा कि इससे शिक्षकों के अंग्रेजी पढ़ाने की क्षमता को और अधिक विकसित किया जा सकेगा.
राज्य के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में अंग्रेजी की शिक्षा लम्बे समय बंद रहने के कारण यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी पिछड़ते जा रहे है. इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने नई पहल की है. जानकारी मिली है कि चालू शिक्षावर्ष से प्राथमिक स्कूलों में विशेष प्रकार के मोबाइल चिप की मदद से अंग्रेजी पढ़ायी जायेगी. इस चिप में अंग्रेजी के विभिन्न विषयों का बांग्ला में अनुवाद रहेगा. खासकर ग्रामर एवं स्पोकन इंगलिश पर जोर डाला जा रहा है. इससे पढ़ाते समय कोई समस्या आने पर शिक्षक विषयों को इस चिप की मदद से जांच सकते है.
राज्य शिक्षा विभाग सूत्रों से पता चला है कि आगामी फरवरी महीने में प्राथमिक विद्यालयों में इस संबन्ध में प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण खत्म होने पर मार्च महीने तक सभी स्कूलों में तकनीकी के जरिये अंग्रेजी सिखाना शुरू कर दिया जायेगा. इनदिनों स्कूल के सभी शिक्षक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते है. लेकिन स्कूल के काम के लिए व्यक्तिगत मोबाइल फोन के इस्तेमाल के विषय को लेकर सोच-विचार किया जा रहा है.
राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारी का कहना है कि सिलेबस कमेटी ने अग्रेजी का नया सिलेबस बनाया है लेकिन फिर भी समस्या जस की तस रह गयी है. अंग्रेजी के शिक्षकों की नियुक्ति के बारे में भी विचार किया जा रहा है. शिक्षा पर्षद के चेयरमैन माणिक भट्टाचार्य का कहना है कि अंग्रेजी के प्रति विद्यार्थियों के डर दूर करने एवं बच्चों में अंग्रेजी की पकड़ मजबूत करने के लिए यह पहल की जा रही है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि चिप के इस्तेमाल से शिक्षकों को भी पढ़ाने में सुविधा होगी.