सीबीआइ से जांच कराने की मांग

छात्रा हत्याकांड. परिजनों से मिलीं लॉकेट चटर्जी, बंधाया ढांढस, सीएम पर बोला हमला राज्य में कानून व्यवस्था गिरने का लगाया आरोप सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के 44 नंबर वार्ड के अधीन जनता नगर एक छात्रा के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की घटना के बाद शुक्रवार को भाजपा महिला मोर्चा की नेता लॉकेट चटर्जी मृतका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2018 5:41 AM

छात्रा हत्याकांड. परिजनों से मिलीं लॉकेट चटर्जी, बंधाया ढांढस, सीएम पर बोला हमला

राज्य में कानून व्यवस्था गिरने का लगाया आरोप

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के 44 नंबर वार्ड के अधीन जनता नगर एक छात्रा के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की घटना के बाद शुक्रवार को भाजपा महिला मोर्चा की नेता लॉकेट चटर्जी मृतका के परिवार वालों से मिली. उन्होंने इस जघन्य हत्याकांड की सीबीआइ जांच की मांग की है. दोपहर को लॉकेट चटर्जी सिलीगुड़ी की कई भाजपा नेताओं के साथ मृतका के घर पहुंचीं.

इस मौके पर भारी संख्या में भाजपा समर्थक भी मौजूद थे. ऐसे जनता नगर में 26 जनवरी के दिन से ही पुलिस की तगड़ी व्यवस्था है. आज लॉकेट चटर्जी के आगमन को देखते हुए वहां और भी अधिक पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. लॉकेट चटर्जी मृतका की मां तथा पिता से मिलीं. इस मामले के मुख्य आरोपी सुरजीत सरकार उर्फ पिंटू की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. मृतका का पूरा परिवार आरोपी के मकान में ही बतौर किरायेदार रहता है. लॉकेट चटर्जी ने परिवार वालों को ढाढस बंधाते हुए भाजपा की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. लॉकेट चटर्जी ने इस मौके पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा तृणमूल सरकार पर जमकर हमला बोला.

लॉकेट चटर्जी ने कहा कि एक दलित की बेटी के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना घटी है और मुख्यमंत्री ने इस परिवार की कोई सुध नहीं ली है. दूसरे किसी राज्य में यदि दलित की हत्या हो जाती है, तो मुख्यमंत्री आसमान सर पर उठा लेती हैं. वहीं अपने ही राज्य में दलित बेटी की हत्या हुई और मुख्यमंत्री चुप्पी साधे बैठी हुई हैं. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कन्याश्री, रूपश्री आदि योजनाओं के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा किये जाने की बात करती हैं. जबकि वास्तविकता में राज्य में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी मुख्यमंत्री को घेरा. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में महिलाओं को इंसाफ तो मिल नहीं रहा है, ऊपर से यदि कोई इंसाफ की लड़ाई लड़े तो पुलिस उसको भी रोकती है. दलित बेटी की हत्या को लेकर जब वह कोलकाता में विरोध प्रदर्शन करने निकली थी, तब पुलिस ने उनको रोक दिया था. उनके साथ पुलिस ने जोर-जबरदस्ती भी की.

क्या है मामला

यहां उल्लेखनीय है कि यह घटना 25 जनवरी की देर रात हुई थी. 26 जनवरी को नाबालिग छात्रा का शव बरामद हुआ. उसके बाद से ही सिलीगुड़ी में खलबली मची हुई है. मुख्य आरोपी सुरजीत सरकार उर्फ पिंटू को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके बाद भी इस मामले को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9 वर्षीय छात्रा का शारीरिक शोषण के बाद उसकी हत्या की गयी. शव को ठिकाने लगाने व सबूतों को मिटाने में गिरफ्तार आरोपी पिंटू की मां सबिता सरकार का हाथ होने की आशंका है. पुलिस को इसके सुराग भी मिले हैं.

खुफिया विभाग ने आरोपी परिवार अर्थात मकान मालकिन सबिता सरकार, बड़े बेटे विश्वजीत सरकार, उसकी पत्नी बुल्टी के साथ ही मृतका के माता-पिता को एकसाथ बैठाकर कई बार पूछताछ कर चुकी है. इसके अलावा बारी-बारी से सबसे पूछताछ कर बयानों को मिलाया भी गया है. इस मामले की जांच के लिए पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया है. इसके साथ ही सीआईडी भी इस मामले की जांच कर रही है.

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