गोरूमारा, लाटागुड़ी में दो दिन पर्यटकों का प्रवेश नहीं
होली के मद्देनजर उठाया गया एहतियाती कदम मयनागुड़ी : होली के दो दिन गोरूमारा और लाटागुड़ी जंगल में पर्यटकों का प्रवेश बंद रहेगा. होली के मौके का फायदा वन्य जीवों के शिकारी न उठा सकें, इसके लिए जंगल में चौबीसो घंटे गश्त लगायी जायेगी. इसके अलावा जागरूकता प्रचार वन विभाग और पर्यावरण प्रेमियों की ओर […]
होली के मद्देनजर उठाया गया एहतियाती कदम
मयनागुड़ी : होली के दो दिन गोरूमारा और लाटागुड़ी जंगल में पर्यटकों का प्रवेश बंद रहेगा. होली के मौके का फायदा वन्य जीवों के शिकारी न उठा सकें, इसके लिए जंगल में चौबीसो घंटे गश्त लगायी जायेगी.
इसके अलावा जागरूकता प्रचार वन विभाग और पर्यावरण प्रेमियों की ओर से चलाया जायेगा. उल्लेखनीय है कि आगामी एक और दो मार्च को होली पड़ रही है. परंपरा है कि इस दौरान विभिन्न आदिवासी समुदायों के लोग जंगल में प्रवेश कर वन्य जीवों का शिकार करते हैं.
वन्य प्राणियों के मांस के साथ होली का आनंद लेना चाहते हैं. इसके अलावा होली के समय हर तरफ मौज-मस्ती का आलम रहता है, जिसका फायदा उठाने के चक्कर में अवैध शिकारी भी रहते हैं.
हाल ही में उत्तर बंगाल के जलदापाड़ा में एक गैंडे की हत्या कर उसकी सींग काट लेने की घटना घटी है. इसे देखते हुए वन अधिकारी जंगल सुरक्षा में कोई कोताही बरतना नहीं चाहते. इसीलिए होली के दो दिन जंगल में पर्यटकों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा. गोरूमारा प्राणी विभाग की डीएफओ निशा गोस्वामी ने बताया कि होली के समय चौबीसो घंटे गश्त लगायी जायेगी. इस दौरान कुनकी हाथियों की भी मदद ली जायेगी. साथ ही वनबस्ती के लोगों से होली के समय शिकार नहीं करने की अपील की जायेगी. पर्यावरण प्रेमी सुमन दास ने बताया कि वनबस्ती इलाकों में लीफलेट बांटे जायेंगे और पोस्टर लगाये जायेंगे.