एसडीओ ने जांच के लिए नियुक्त किया मजिस्ट्रेट
बीएलआरओ ने भी महकमा शासक को अवगत कराया सरकारी जमीन पर कब्जे का मामला सिलीगुड़ी : शीशाबाड़ी में सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले ने एक नया मोड़ लिया है. सिलीगुड़ी महकमा अधिकारी (एसडीओ) ने इस मामले की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया है. साथ ही मामले पर स्वयं निगरानी भी […]
बीएलआरओ ने भी महकमा शासक को अवगत कराया
सरकारी जमीन पर कब्जे का मामला
सिलीगुड़ी : शीशाबाड़ी में सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले ने एक नया मोड़ लिया है. सिलीगुड़ी महकमा अधिकारी (एसडीओ) ने इस मामले की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया है. साथ ही मामले पर स्वयं निगरानी भी रख रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ भू-माफिया ने उस जमीन पर फिर से कब्जा जमाना शुरू कर दिया है. फिर से अवैध कब्जे की सुगबुगाहट देख बीएलआरओ ने भी महकमा शासक को अवगत कराया है.
उल्लेखनीय है कि माटीगाड़ा ब्लॉक के शीशाबाड़ी में 34 एकड़ सरकारी जमीन है. इस जमीन पर राज्य सरकार कुछ अनोखा करने का लगातार प्रयास कर रही है.
पहले इस जमीन पर कॉलेज आदि बनाने के लिए रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी को दिखाया गया था. लेकिन जमीन देखने के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने दिलचस्पी नहीं दिखायी. इसके बाद राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने इस जमीन पर एक फुटबॉल अकाडमी बनाने के लिए भारतीय फूटबॉल टीम के पूर्व कप्तान व तृणमूल नेता बाइचुंग भूटिया को दिखाया. लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पायी. माटीगाड़ा इलाके में जमीन की बढ़ती कीमत व इस जमीन की लोकेशन को देखकर भू-माफिया की बुरी नजर इस पर पड़ी. जमीन के एक टुकड़े पर अवैध कब्जा कर लिया गया. इस मामले में कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं का भी नाम सामने आया था.
जमीन पर अवैध कब्जा जमानेवाले प्लॉटिंग कर जमीन बेचने लगे और कुछ ही समय में एक बस्ती सी बस गयी. सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा की जानकारी मिलते ही भूमि व भूमि राजस्व विभाग ने भू-माफिया के खिलाफ कदम बढ़ाया. विभाग की ओर से शीशाबाड़ी स्थित इस जमीन की माप-जोख शुरू हुई. इससे भूमाफियों को परेशानी शुरू हो गयी. करीब छह महीना पहले जमीन का कब्जे में लेने का प्रयास कर रहे ब्लॉक लैंड रेवेन्यू ऑफिसर (बीएलआरओ) दुर्जय राय पर भू-माफिया के लोगों ने हमला कर दिया. इस घटना के बाद बीएलआरओ दुर्जय राय ने स्थानीय अर्पण सिंह, चंद्र महंत व विश्वजीत साहा के खिलाफ माटीगाड़ा थाने में शिकायत दर्ज करायी. साथी ही महकमा शासक को भी मामले से अवगत कराया.
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा और एक सरकारी अधिकारी पर हमला करने के बाद भी अदालत से इन्हें बेल मिल गयी. कुछ समय शांत रहने के बाद भू-माफिया ने फिर से इस जमीन पर कब्जा जमाने की प्रक्रिया शुरू की है. मामला नजर में आते ही बीएलआरओ दुर्जय राय ने महकमा शासक को जानकारी दी है. अब सिलीगुड़ी महकमा शासक सिराज दानेश्वर ने इस मामले की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया है. साथ ही पूरे मामले पर स्वयं ही निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकारी जमीन पर कब्जा करना गैरकानूनी है. शीशाबाड़ी की एक जमीन पर पहले भी भू-माफिया ने कब्जा जमाने की शुरुआत की थी, जिसमें बीएलआरओ के साथ मारपीट की भी एक शिकायत दर्ज करायी गयी थी.
उस मामले की जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है. यदि फिर से उस जमीन पर अवैध कब्जा जमाने की कोशिश की जा रही है तो आवश्यक कदम बढ़ाया जायेगा.
माटीगाड़ा ब्लॉक के बीएलआरओ दुर्जय राय ने बताया कि सरकारी जमीन हड़पने व सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट करने को लेकर पहले भी तीन लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करायी गयी थी. शीशाबाड़ी के उस जमीन पर फिर से अवैध कब्जा की प्रक्रिया भूमाफियाओं ने शुरू किया है. इस मामले से महकमा शासक को अवगत करा दिया गया है.