एससी-एसटी युवाओं को मिलेगी सलाह व प्रशिक्षण

स्वरोजगार और नौकरी के लिए तैयार किया जायेगा जिलाधिकारी शिल्पा गौरीसरिया ने किया उद्घाटन जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिला सदर और माल महकमा में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (एससी-एसटी) के छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार को दो कैरियर काउंसेलिंग सेंटरों का उद्घाटन जिलाधिकारी शिल्पा गौरीसरिया ने किया. राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग विकास वित्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2018 6:12 AM

स्वरोजगार और नौकरी के लिए तैयार किया जायेगा

जिलाधिकारी शिल्पा गौरीसरिया ने किया उद्घाटन

जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी जिला सदर और माल महकमा में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (एससी-एसटी) के छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार को दो कैरियर काउंसेलिंग सेंटरों का उद्घाटन जिलाधिकारी शिल्पा गौरीसरिया ने किया.

राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग विकास वित्त निगम के संयुक्त प्रयास से तथा दो गैरसरकारी संस्थाओं के सहयोग से ये सेंटर मंगलवार से काम करने लगेंगे. ये सेंटर जलपाईगुड़ी के ऐतिज्जो भवन और माल शहर के रामकृष्ण कालोनी के एक भवन में खोले गये हैं.

पश्चिम बंगाल पिछड़ा वर्ग कल्याण और वित्त निगम के जिला मैनेजर दुलेन राय ने बताया कि इन सेंटरों के जरिये आम लोग विभिन्न सरकारी विभागों से जुड़ी जरूरी सूचनाएं तथा विभिन्न तरह की सलाह-मशविरा पा सकते हैं. यहां से कृषि, उद्योग, मत्स्य पालन, बागवानी, शिक्षा, रोजगार आदि से जुड़े विषयों के बारे में जानकारी ली जा सकेगी.

उन्होंने बताया कि इन कैरियर सलाह केन्द्रों से अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 18 से 35 साल के युवक-युवतियां नि:शुल्क काउंसेलिंग और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं. बशर्ते कि शहरी अंचल में उनके परिवार की सालाना आमदनी एक लाख 28 हजार रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 98 हजार रुपये तक होदुलेन राय ने यह भी बताया कि इन केन्द्रों में प्रशिक्षण लेनेवालों से कोई पैसा नहीं लिया जायेगा.

जो संस्थाएं प्रशिक्षण देने का काम कर रही हैं, उनके पारिश्रमिक की व्यवस्था हमारे विभाग का कोलकाता कार्यालय करेगा. प्रत्येक केन्द्र में 500 युवाओं को स्वरोजगार के लिए तैयार किया जायेगा.

उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए अलग से प्रशिक्षण दिया जायेगा. 100 आवेदकों को चुनकर नौकरी के लिए तैयार किया जायेगा. प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए न्यूनतम शिक्षा आठवीं से लेकर 12वीं तक होनी चाहिए. छात्र-छात्राएं सीधे केन्द्र तक आकर संपर्क कर सकते हैं. प्रशिक्षण की अवधि छह महीने से लेकर एक साल तक है.जिलाधिकारी शिल्पा गौरीसरिया ने बताया कि राज्य के 30 महकमा शहरों में इस तरह के केन्द्र आगामी 31 मार्च तक खोल दिये जायेंगे.

यहां छात्र-छात्राओं को नौकरी व स्वरोजगार के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और सलाह मिल सकेगी. उद्घाटन कार्यक्रम के मौके पर एडीएम सुमेधा प्रधान, सदर महकमा अधिकारी रंजन दास, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के परियोजना निदेशक डीसी फिनजो, जिला परिषद प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे.

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