दार्जिलिंग : भूकंप की आशंकावाले क्षेत्र में ऊंचे निर्माण खतरनाक, गोरामुमो ऊंची इमारतों का विरोध करेगा
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग में ऊंची इमारतों के निर्माण का गोरामुमो विरोध करेगा. दार्जिलिंग प्रेस गिल्ड में पार्टी प्रवक्ता वाई लामा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से सुनने में आ रहा है कि शहर के चौक बाजार क्षेत्र की पुराने इमारतों को तोड़कर नयी इमारतों का निर्माण किया जायेगा. यह […]
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग में ऊंची इमारतों के निर्माण का गोरामुमो विरोध करेगा. दार्जिलिंग प्रेस गिल्ड में पार्टी प्रवक्ता वाई लामा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से सुनने में आ रहा है कि शहर के चौक बाजार क्षेत्र की पुराने इमारतों को तोड़कर नयी इमारतों का निर्माण किया जायेगा. यह अच्छी बात है, परंतु पुरानी इमारतों के जीर्णोद्धार के नाम पर आसमान छूनेवाली इमारतों का निर्माण नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग एक पयर्टन स्थल है. यहां पर देश-विदेश के लोग घूमने आते हैं. ये लोग पहाड़ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने आते हैं, बड़ी-बड़ी इमारतों को नहीं.
वाई लामा ने कहा कि सन 1995 में दार्जिलिंग शहर के चौक बाजार में भयानक आग लगी थी, जिसमें बड़ी संख्या में दुकानें खाक हो गयी थीं. उस समय दागोपाप के चेयरमैन सुभाष घीसिंग थे. उन्होंने उस समय आपातकालीन फंड से दुकानों का निर्माण करवाया था और दुकानदारों को बतौर मुआवजा तीन-तीन हजार रुपये भी दिये थे. दुकानदारों से नयी दुकान के लिए एक पैसा नहीं लिया गया था.
लेकिन आज कहानी कुछ और है. चौक बाजार की जर्जर हो चुकी दुकानों को तोड़कर नयी दुकानों के निर्माण की बात चल रही है, लेकिन इसके लिए दुकानदारों से मोटी रकम मांगें जाने की खबर है, जो ठीक नहीं है.गोरामुमो प्रवक्ता ने कहा कि जर्जर इमारतों की जगह नयी इमारतें जरूर बनें, लेकिन इसके नाम पर ऊंची-ऊंची इमारतों का निर्माण स्वीकार नहीं किया जायेगा. इससे शहर की खूबसूरती तो नष्ट होगी ही, साथ ही यह अवैज्ञानिक भी है. इस इलाके में हमेशा भूकंप की आशंका रहती है. ऐसे में ऊंची इमारतें खतरनाक साबित हो सकती हैं.