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बंगाल : केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर आइपीएस अधिकारी से मारपीट का केस, जानें पूरा मामला

आसनसोल के हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने से रोके गये केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो बाबुल सुप्रियो ने भी पुलिस के खिलाफ दर्ज करायी शिकायत आसनसोल. हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने को लेकर गुरुवार को केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो तथा पुलिस के बीच बहस व धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल हालात का […]

आसनसोल के हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने से रोके गये केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो
बाबुल सुप्रियो ने भी पुलिस के खिलाफ दर्ज करायी शिकायत
आसनसोल. हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने को लेकर गुरुवार को केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो तथा पुलिस के बीच बहस व धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल हालात का जायजा लेने चांदमारी जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
भीड़ और हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री कथित तौर पर पुलिस से उलझ गये. पुलिस ने आइपीएस अधिकारी के साथ मारपीट करने, धारा 144 का उल्लंघन और अशांति फैलाने की विभिन्न गैरजमानती धाराओं में मामला दर्ज किया है.
आसनसोल नॉर्थ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. केंद्रीय मंत्री ने भी पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बाबुल को फोन कर मामले की जानकारी ली है. बाबुल केंद्र को एक रिपोर्ट सौंपेंगे. जानकारी के अनुसार, बाबुल सुप्रियो को स्थानीय पुलिस ने दंगा प्रभावित इलाके में जाने से मना किया था.
लेकिन वह हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंच गये. उन्होंने कल्याणपुर हाउसिंग स्थित एक मैरिज हॉल में शरण लेने वाले दंगा पीड़ितों से मुलाकात की. दंगा पीड़ितों ने उन्हें आपबीती बतायी और चांदमारी के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने का अनुरोध किया. बाबुल लोगों के साथ चांदमारी की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
यहीं से हंगामा शुरू हो गया. केंद्रीय मंत्री और पुलिस के बीच कथित तौर पर धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल ने पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. हालांकि पुलिस ने आरोप लगाया है कि सांसद ने आइपीएस अिधकारी रूपेश कुमार के साथ मारपीट की. रूपेश कुमार कोलकाता से विशेष तौर पर दंगा नियंत्रण के लिए आसनसोल भेजे गये हैं.
वह पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक-कोलकाता दक्षिण) के पद पर तैनात हैं. प्रशासन ने कोलकाता से आसनसोल में हालात नियंत्रित करने के लिए विशेष बल भेजे हैं. इस बल में शामिल निरीक्षक रैंक के अधिकारी देवज्योति साहा ने बाबुल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
क्या है मामला
रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान रानीगंज में हिंसा भड़क उठी. एक शख्स की मौत हो गयी और बम विस्फोट में डीसीपी का हाथ उड़ गया. उसके बाद से रानीगंज और आसनसोल का रेलपाल इलाका अशांत बना हुआ है. गुरुवार को भी तनाव रहा. हालात नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लगाने के साथ इंटरनेट सेवाएं स्थगित कर दी हैं. गौरतलब है कि आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने कोलकाता में कहा था कि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से रानीगंज इलाके में हिंसा भड़की थी. अगर पुलिस ने पहले कदम उठाये होते तो हिंसा को टाला जा सकता था.पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के कहने के मुताबिक काम किया और इलाके में गुंडों को पूरी छूट दे दी.
हालात से निपटने को केंद्रीय बल जरूरी: सांसद
केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने कहा: केवल केंद्रीय बलों की तैनाती के जरिये इलाके में शांति बहाल की जा सकती है.
स्थानीय लोगों का पुलिस पर विश्वास नहीं रह गया है. जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में जाने का पूरा हक है और खासकर ऐसे समय जब लोग दिक्कत में हैं. मंत्री होने के नाते मैं नियमों का उल्लंघन नहीं कर सकता. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दूंगा.
हनुमान जयंती के आयोजनों को लेकर सतर्कता के निर्देश
कोलकाता : रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं की पुर्नावृति रोकने के लिए राज्य प्रशासन सतर्क हो गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को दिल्ली सफर से लौटने के बाद सीधे राज्य सचिवालय पहुंचीं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में मुख्य सचिव मलय दे, गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य और डीजीपी सुरजीत कर पुरकायस्थ सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे. जानकारी के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री ने रानीगंज व उत्तर 24 परगना जिले में हुई हिंसा की घटनाओं के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने 31 मार्च को हनुमान जयंती के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की हिदायत दी. जानकारी के अनुसार, 31 मार्च को हनुमान जयंती पर भाजपा व तृणमूल दोनों ने रैली निकालने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री पूरी एहतियात बरतने की हिदायत दी हैं राज्य के सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
नवान्न सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कहा गया है कि दूसरे राज्यों से हथियार बंगाल में लाये जा रहे हैं. एक ऐसा ग्रुप सक्रिय है जो राज्य में हिंसा फैलाना चाहता है. पुलिस उन्हें चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करे. भारत-बांग्लादेश सीमा पर भी नजर रखने की जरूरत है. कोई भी संस्था अनुमति बैगर सशस्त्र रैली नहीं कर सकेगी.
हालात हो रहे हैं सामान्य
आसनसोल : आसनसोल और रानीगंज में हालात अब सामान्य हो रहे हैं. कई जगह कैंप लगाये गये हैं. हालांकि गुरुवार को भी एक शव बरामद होने से सनसनी फैल गयी. इससे रामनवमी के बाद फैली हिंसा में शिल्पांचल इलाके में छह लोगों की मौत हो चुकी है. आसनसोल में चार, रानीगंज में एक और पुरुलिया में एक शख्स की मौत हुई है.
आसनसोल में अब तक 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पिछले 24 घंटे में 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गौरतलब है कि रामनवमी शोभायात्राओं को लेकर राज्य के कई इलाकों में हिंसक घटनाएं हुई. उत्तर 24 परगना के कांकीनाड़ा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है.

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