सब्जियों पर प्रतिबंध से उड़ी कारोबारियों की नींद

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के कारोबार में भारी कमी पूरे उत्तर बंगाल के किसानों को भी होगा नुकसान राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग सिलीगुड़ी. सिक्किम सरकार ने राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सिलीगुड़ी से साग-सब्जियों के लाने पर पाबंदी लगा दी है. इसके कारण सिलीगुड़ी में जहां साग-सब्जियों के कारोबारियों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2018 9:11 AM
सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के कारोबार में भारी कमी
पूरे उत्तर बंगाल के किसानों को भी होगा नुकसान
राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग
सिलीगुड़ी. सिक्किम सरकार ने राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सिलीगुड़ी से साग-सब्जियों के लाने पर पाबंदी लगा दी है.
इसके कारण सिलीगुड़ी में जहां साग-सब्जियों के कारोबारियों को भारी नुकसान होने की संभावना है, वहीं दूसरी ओर पूरे उत्तर बंगाल के किसानों को भी क्षति होगी. सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट फ्रूट्स ऐंड मर्चेन्ट्स एसोसिएशन ने इस मामले में राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है.
संगठन के सचिव तपन कुमार साहा ने कहा है कि राज्य सरकार को सिक्किम सरकार से बातचीत कर शीघ्र ही इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए. मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में साग-सब्जियों की जितनी आवक होती है, उसकी कुछ खपत सिलीगुड़ी शहर में होती है. अधिकांश साग-सब्जियों को दार्जिलिंग पहाड़ अथवा सिक्किम भेज दिया जाता है. इन क्षेत्रों में 60 से 70 प्रतिशत साग-सब्जियां भेजी जाती हैं. खासकर सिक्किम में 50 प्रतिशत से अधिक साग-सब्जियां भेजी जाती हैं. श्री साहा ने बताया कि उत्तर बंगाल की विभिन्न मंडियों से सब्जियों को कारोबारी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट लाते हैं.
उसके बाद यहां से पहाड़ तथा सिक्किम सब्जियों का निर्यात किया जाता है. उत्तर बंगाल की विभिन्न मंडियों में स्थानीय किसान साग-सब्जी बेचते हैं. इनसे उनको भी अच्छी आय होती है. लेकिन अब सिक्किम सब्जियां नहीं जा रही हैं जिससे सब्जियों की कीमत में तो गिरावट आयी ही है, साथ ही इसकी मांग में भी भारी कमी आ गयी है.
रेगुलेटेड मार्केट में सब्जी बेचने आये मयनागुड़ी के एक किसान कार्तिक कर भी बुधवार को काफी परेशान दिखे. रेगुलेटेड मार्केट में कोई उनकी सब्जियों का खरीददार नहीं था. वह औने-पौने दाम में सब्जी बेचकर मयनागुड़ी वापस लौट गया. सब्जी किसान कार्तिक कर ने कहा कि उसे सिक्किम सरकार के नये निर्देश की जानकारी नहीं थी. अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो इससे सिलीगुड़ी के किसान काफी परेशान होंगे.

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