पंचायत चुनाव में हिंसा से नाराज भाजपा नेता मुकुल राय ने कहा, बंगाल में लोकतंत्र की हो रही हत्या
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बोला हमला कहा : पूरे देश में राज्य की छवि हो रही खराब सिलीगुड़ी में भाजपा नेताओं के साथ की बैठक उत्तर बंगाल के छह जिलों के नेता हुए शामिल सिलीगुड़ी : राज्य में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के साथ ही उम्मीदवारों द्वारा नामांकन जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो […]
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बोला हमला
कहा : पूरे देश में राज्य की छवि हो रही खराब
सिलीगुड़ी में भाजपा नेताओं के साथ की बैठक
उत्तर बंगाल के छह जिलों के नेता हुए शामिल
सिलीगुड़ी : राज्य में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के साथ ही उम्मीदवारों द्वारा नामांकन जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन इस क्रम में कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं भी होने लगी हैं. खासकर उत्तर बंगाल में पिछले दो दिनों के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थकों पर विरोधी दलों के उम्मीदवारों को नामांकन जमा करने से रोकने का आरोप लगा है. इसको लेकर उत्तर बंगाल में बालुरघाट से लेकर कूचबिहार तक कई जगहों पर हिंसक झड़प भी हुई है. खासकर भाजपा उम्मीदवारों को निशाना बनाया जा रहा है.
इस बात को लेकर कभी तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी के बाद नंबर दो रहे नेता तथा वर्तमान में भाजपा नेता मुकुल राय ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर करारा प्रहार किया है. उत्तर बंगाल में पंचायत चुनाव में भाजपा को सफलता दिलाने तथा रणनीति बनाने के लिए मुकुल राय बृहस्पतिवार को सिलीगुड़ी पहुंचे. यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने तृणमूल कांग्रेस तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला.
श्री राय ने कहा कि सिर्फ भाजपा ही नहीं, किसी भी विरोधी दलों को तृणमूल कांग्रेस द्वारा नामांकन पत्र लेने तथा नामांकन पत्र जमा करने नहीं दिया जा रहा है. पूरे देश में इस प्रकार की घटना कहीं नहीं होती. लोकतंत्र में चुनाव लड़ना सबका हक है, जबकि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं. अपने पहले की बॉस ममता बनर्जी पर और तीखा हमला करते हुए श्री राय ने कहा कि वह राज्य में भाजपा की बढ़ती शक्ति से घबराहट में हैं.
पंचायत चुनाव में उनकी पार्टी को कड़ी चुनौती मिलेगी. इसलिए लोकतंत्र को कुचला जा रहा है. ममता बनर्जी नहीं चाहतीं कि भाजपा उम्मीदवार नामांकन पत्र जमा करें, क्योंकि भाजपा उम्मीदवारों की जीत की संभावना काफी अधिक है. श्री राय ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में आज जो हो रहा है, वह पूरा देश देख रहा है.
इससे राज्य की छवि खराब हो रही है. श्री राय ने पुलिस तथा प्रशासन पर भी करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि पुलिस तृणमूल का दास बनकर बैठी है. पुलिस के सामने ही तृणमूल के लोग भाजपा उम्मीदवारों को पीट रहे हैं. उनको नामांकन पत्र जमा करने से रोक रहे हैं. शिकायत किये जाने के बाद भी पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है.
आलम यह है कि अनुसूचित जाति तथा जनजाति के उम्मीदवारों को भी नामांकन करने से रोका जा रहा है. बांकुड़ा में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा देने गये अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को भी तृणमूल कांग्रेस ने नहीं छोड़ा. राज्य में लोकतंत्र को पूरी तरह से ममता बनर्जी ने कुचल कर रख दिया है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ समझे जाने वाले पत्रकार भी तृणमूल समर्थकों के हाथों पीट रहे हैं. पूरे देश में ऐसा उदाहरण देखने को कहीं नहीं मिलेगा.
वाममोर्चा के शासनकाल में भी लोकतंत्र की इतनी खराब अवस्था नहीं थी. इससे पहले मुकुल राय ने उत्तर बंगाल के छह जिले के भाजपा नेताओं को लेकर सिलीगुड़ी में एक बैठक की. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, इस बैठक में पंचायत चुनाव की रणनीतियों पर विचार-विमर्श हुआ. इसके साथ ही विभिन्न जिला परिषदों में उम्मीदवारों के नाम को लेकर भी चर्चा की गई. इसी बैठक में उम्मीदवारों के नाम तय किये गये.
सुरक्षा के भी हैं तगड़े इंतजाम
बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
मदारीहाट. प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव के लिये पर्चा दाखिल करने का काम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार सभी राजनैतिक दलों के प्रत्याशी नामांकनपत्र जमा दे रहे हैं. वहीं, ब्लॉक प्रशासन नामांकन की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग करा रहा है. सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम किये गए हैं और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
उल्लेखनीय है कि मदारीहाट प्रखंड में ग्राम पंचायतों की कुल 140 सीटें हैं जबकि पंचायत समिति की 26 सीटें हैं. वहीं, जिला परिषद की तीन सीटों के लिये इस बार चुनाव होना है. ब्लॉक प्रशासनिक सूत्र के अनुसार गुरुवार की शाम तक ग्राम पंचायतों के लिये 46 और पंचायत समिति के लिये पांच पर्चा जमा हो चुके हैं.
मदारीहाट के बीडीओ तन्मय विश्वास ने बताया कि अभी तक यहां पर्चा दाखिल करने का काम शांतिपूर्ण रुप से चल रहा है. इस बार कुल 167 मतदान केंद्रों में मतदान होगा. इस बार लगभग 500 प्रत्याशियों के नामांकनपत्र जमा देने की संभावना है. नामांकन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गयी है. नामांकनपत्र जमा देने आये प्रत्याशियों की संपूर्ण वीडिया रिकार्डिंग करायी जा रही है.