बंगाल पंचायत चुनाव : गोजमुमो ने किया तृणमूल कांग्रेस का समर्थन, नामांकन के चौथे दिन भी हुई हिंसा

सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी : आने वाले पंचायत चुनाव में गोजमुमो तराई तथा डुवार्स इलाके में तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेगी. गुरुवार को कालिम्पोंग के बागराकोट के निकट चूनाभट्टी में गोजमुमो केंद्रीय कमेटी तथा कोर कमेटी की एक बैठक हुई. इसमें जीटीए चेयरमैन विनय तामांग तथा वाइस चेयरमैन अनित थापा भी उपस्थित थे. इसमें निर्णय लिया गया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2018 9:25 AM
सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी : आने वाले पंचायत चुनाव में गोजमुमो तराई तथा डुवार्स इलाके में तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेगी. गुरुवार को कालिम्पोंग के बागराकोट के निकट चूनाभट्टी में गोजमुमो केंद्रीय कमेटी तथा कोर कमेटी की एक बैठक हुई. इसमें जीटीए चेयरमैन विनय तामांग तथा वाइस चेयरमैन अनित थापा भी उपस्थित थे.
इसमें निर्णय लिया गया कि डुवार्स में जहां तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में हैं वहां गोजमुमो नेता भी तृणमूल के लिए प्रचार करेंगे, जहां तृणमूल का उम्मीदवार नहीं है वहां गोजमुमो के लोग निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे. इसको लेकर रणनीति बनाने के लिए एक चार सदस्यीय कमेटी भी बनायी गई है. इस कमेटी के सदस्य शीघ्र ही डुवार्स दौरे पर जायेंगे. यह जानकारी मोर्चा के प्रवक्ता तथा कर्सियांग के विधायक रोहित शर्मा एवं एक अन्य प्रवक्ता सूरज शर्मा ने दी. वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
इस बीच, गोजमुमो केन्द्रीय कमेटी की आज जो बैठक हुई, उसमें 40 नेता उपस्थित थे. हालांकि डुवार्स के किसी नेता को बैठक में नहीं देखा गया. गोजमुमो प्रवक्ता सूरज शर्मा ने बताया है कि केन्द्रीय कमेटी की बैठक में पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के समर्थन का निर्णय लिया गया है. कल ही गोजमुमो के चार प्रतिनिधि डुवार्स दौरे पर जा रहे हैं.
वहां तृणमूल नेताओं के साथ बैठक करेंगे. दूसरी ओर बिमल गुरूंग समर्थक डुवार्स के मोर्चा नेता मधुकर थापा ने साफ-साफ कहा है कि पंचायत चुनाव में वह लोग भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे. इस संबंध में सूरज शर्मा का कहना है कि मधुकर थापा मोर्चा के सदस्य हैं, लेकिन यह उनका अपना निर्णय है.
गोजमुमो का निर्णय तृणमूल को समर्थन करना है. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने आगे कहा कि पहाड़ पर विकास के लिए राज्य की तृणमूल सरकार जीटीए का काफी सहयोग कर रही है. इसी वजह से पंचायत चुनाव में तृणमूल के समर्थन का निर्णय लिया गया है.
सौरभ ने की बैठक
इस बीच, जलपाईगुड़ी जिला तृणमूल अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती ने आज जलपाईगुड़ी में गोजमुमो नेताओं के साथ बैठक भी की. कल भी गोजमुमो नेताओं के साथ बैठक की जायेगी एवं सीटों के तालमेल पर विचार-विमर्श किया जायेगा.
कहां पड़ेगा प्रभाव
मूल रूप से नागराकाटा, माल, मटियाली, एवं धूपगुड़ी ब्लॉक के बानरहाट, बिन्नागुड़ी, चामुर्ची आदि इलाके में तृणमूल कांग्रेस गोजमुमो का समर्थन चाहती है एवं उनको कुछ सीटें भी देना चाहती है. ऐसे इस इलाके के अधिकांश मोर्चा नेता पहले से ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि डुवार्स में जो गोजमुमो नेता विमल गुरूंग समर्थक हैं, उनको किनारा करने के लिए ही विनय तामांग ने तृणमूल को समर्थन देने का निर्णय लिया है.
नामांकन के चौथे दिन भी हिंसा, नलहाटी में माकपा के पूर्व सांसद रामचंद्र डोम घायल
कोलकाता : बंगाल में पंचायत चुनाव के नामांकन को लेकर हिंसा व झड़प जारी है. गुरुवार को कई जिलों में विरोधी राजनीतिक दलों के बीच बमबाजी, तोड़फोड़ व पथराव की घटनाएं घटी. विरोधी दलों के प्रत्याशियों ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया. बीरभूम जिले के नलहाटी में माकपा के जुलूस पर हमला किया गया, जिसमें पार्टी के पूर्व सांसद रामचंद्र डोम समेत कई लोग जख्मी हो गये. एक की हालत गंभीर है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बीरभूम के नलहाटी में पूर्व माकपा सांसद रामचंद्र डोम के नेतृत्व में पार्टी प्रत्याशी दल-बल के साथ नामांकन पत्र जमा करने ब्लाक एक में स्थित बीडीओ आफिस जा रहे थे. जुलूस में तीर-धनुष लेकर पार्टी समर्थक शामिल हुए थे. आरोप है कि तृणमूल की शह प्राप्त बदमाशों ने उनपर हमला कर दिया. इस हमले में रामचंद्र डोम समेत माकपा के कई कार्यकर्ता जख्मी हो गये. पूर्व सांसद का सिर फट गया. उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर मरहम पट्टी करायी गयी.
संघर्ष में गंभीर रूप से जख्मी एक माकपा कार्यकर्ता को रामपुरहाट जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रामचंद्र डोम ने आरोप लगाया कि बंगाल में पुलिस प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है. नलहाटी में सुबह से ही बमबाजी हो रही है. जुलूस में शस्त्र लेकर चलने के आरोपों का खंडन करते हुए डोम ने कहा कि आदिवासी तीर-धनुष लेकर चल रहे थे.
ये उनकी परंपरा है. तीर-धनुष का कही भी इस्तेमाल नहीं किया गया. दूसरी ओर, बांकुड़ा में माकपा विधायक अजीत राय पर हमला किया गया. मुर्शिदाबाद जिले के हरिहरपाड़ा में कांग्रेस-तृणमूल में संघर्ष में कई कांग्रेस समर्थक जख्मी हो गये. दोनों दलों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. इसी इलाके में स्थित कांग्रेस के ब्लाक कार्यालय में छापामारी कर पुलिस ने आठ आग्नेयास्त्र बरामद किये हैं. इस मामले में 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
वहीं पश्चिम मेदिनीपुर के नारायणगढ़ स्थित बीडीओ आफिस में नामांकन जमा देने गये एक भाजपा प्रत्याशी को लाठियों से पीट-पीटकर भगा दिया गया. उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में भी नामांकन पत्र जमा करने को लेकर तनाव फैल गया. विरोधी दलों का आरोप है कि सत्तारूढ़ तृणमूल नामांकन पत्र जमा करने में बाधा दे रही है. इसके विरोध में भाजपा की ओर से 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम किया गया. दक्षिण 24 परगना जिले के फलता में भी नामांकन जमा करने गए भाजपा व माकपा प्रत्याशियों की पिटाई की गयी.
कोलकाता : एसडीओ दफ्तर में भी जमा होगा नामांकन पत्र
कोलकाता : पंचायत चुनाव के लिए बीडीओ कार्यालय के साथ ही एसडीओ कार्यालय में भी नामांकन पत्र दाखिल किया जा सकेगा. नामांकन पत्र दाखिल करने में विरोधी दलों की परेशानी के बाद राज्य चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है.
राज्य चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि जिन इलाकों में बीडीओ कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल करने में परेशानी हो रही है, वहां एसडीओ कार्यालय में नामांकन पत्र जमा लिया जायेगा. पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा करने का दौर जारी है.
विपक्षी दलों की ओर से नामांकन पत्र जमा करने में बाधा दिये जाने का आरोप लगातार लगाये जा रहे हैं. कई दलों ने उनके उम्मीदवारों के एससी-एसटी सर्टिफिकेट फाड़े जाने का भी आरोप लगाया है. कई मुद्दों को लेकर गुरुवार को राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय में 20 पर्यवेक्षकों और अधिकारियों के बीच बैठक हुई. राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि नामांकन केंद्र के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू किया गया है.
इसके साथ जहां नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर शिकायतें मिली हैं वहां एसडीओ कार्यालय को वैकल्पिक नामांकन केंद्र बनाया गया है. यानी इस बार कुछ जगहों पर एसडीओ कार्यालयों में भी नामांकन पत्र जमा लिए जायेंगे. सूत्रों के अनुसार बैठक में नामांकन पत्र जमा किये जाने की प्रक्रिया के दौरान पर्यवेक्षकों द्वारा सटीक भूमिका पालन करने की निर्देश दिया गया है.
इधर कई जगहों में हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर राज्य चुनाव आयोग की ओर से जिलों के पुलिस अधीक्षक व जिला शासक को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश भी दिया है.

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