कांग्रेस प्रत्याशियों के घरों पर हमले में 5 कांग्रेसी गिरफ्तार
मालदा. पंचायत चुनाव में कांग्रेस के पांच प्रत्याशियों के घरों में तोड़फोड़, आगजनी और बमबाजी के आरोपों में कांग्रेस के ही एक पंचायत प्रत्याशी सहित पांच कार्यकर्ताओं को रतुआ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्र के अनुसार बुधवार को रतुआ एक नंबर ब्लॉक अंतर्गत बालुपुर खोंचखामार और सालाबादपुर गांव में कांग्रेस के पांच […]
मालदा. पंचायत चुनाव में कांग्रेस के पांच प्रत्याशियों के घरों में तोड़फोड़, आगजनी और बमबाजी के आरोपों में कांग्रेस के ही एक पंचायत प्रत्याशी सहित पांच कार्यकर्ताओं को रतुआ थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्र के अनुसार बुधवार को रतुआ एक नंबर ब्लॉक अंतर्गत बालुपुर खोंचखामार और सालाबादपुर गांव में कांग्रेस के पांच प्रत्याशियों के घरों में तोड़फोड़, आगजनी और बमबाजी की घटनाओं के सिलसिले में तृणमूल समर्थित समाज विरोधियों पर आरोप लगे हैं.इस मामले में जांच में जुटी रतुआ थाना पुलिस ने एक कांग्रेसी प्रत्याशी मासिदुर रहमान सहित पांच कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं, मोख्तार होसेन, हसन अली, अख्तर अली, नईमुद्दीन और मासिदुर रहमान.
उल्लेखनीय है कि रतुआ एक नंबर प्रखंड के चांदमुनी दो नंबर ग्राम पंचायत इलाका कांग्रेस के वर्चस्व वाला इलाका है. पिछले पंचायत चुनाव में भी इस ग्राम पंचायत पर कांग्रेस-वामो जोट ने कब्जा किया था.
जिला कांग्रेस के महासचिव नरेंद्र नाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि बुधवार की सुबह से इलाके में तृणमूल समर्थित समाज विरोधी आग्नेयास्त्रों समेत तांडव मचा रहे थे. नामांकन वापस लेने के लिये इन्होंने चांदमुनी दो नंबर ग्राम पंचायत की छह नंबर ग्राम सभा से कांग्रेसी प्रत्याशी मासिदुर रहमान के घर पर हमला किया. बमबाजी और तोड़फोड़ के अलावा उन्होंने नौ घरों में आग लगा दी. उसके बाद उन्होंने दो किमी दूर सालाबादपुर गांव में पंचायत समिति के कांग्रेसी प्रत्याशी मुमताज बेगम के घर भी हमला किया. आरोप है कि उन्होंने मुमताज बेगम को जान से मारने की भी धमकी दी. हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पार्टी के ही एक प्रत्याशी समेत पांच समर्थकों को गिरफ्तार किया है.
उधर, तृणमूल के जिलाध्यक्ष मोअज्जम होसेन ने उक्त आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि आगजनी और तोड़फोड़ की घटना कांग्रेस की गुटबाजी का ही नतीजा है. पुलिस की जांच में साबित हो गया कि तृणमूल इन घटनाओं से जुड़ी नहीं है. उधर, पुलिस सूत्र के अनुसार आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 448, 436, 427, 506 और 34 के तहत मामले दर्ज किये गये हैं. घटनाओं की जांच चल रही है.