सात साल हुए पाइप बिछा, नल लगा, पर नहीं आया पानी

चालसा : लगभग सात साल पहले इलाके में विशुद्ध पेयजल परिसेवा के लिए पीएचई विभाग ने पाइप लाइन व नलका लगाया, लेकिन अभी तक इलाके में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पायी. इस बीच इलाके में पंचायत चुनाव, लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव हुआ, पर जनता की समस्या जस की तस रही. अब एक बार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2018 2:57 AM
चालसा : लगभग सात साल पहले इलाके में विशुद्ध पेयजल परिसेवा के लिए पीएचई विभाग ने पाइप लाइन व नलका लगाया, लेकिन अभी तक इलाके में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पायी. इस बीच इलाके में पंचायत चुनाव, लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव हुआ, पर जनता की समस्या जस की तस रही. अब एक बार फिर पंचायत चुनाव आ गया है. फिर नेताओं ने पानी को अपना हथियार बनाकर इलाके में प्रचार शुरू किया है. विरोधियों ने पेयजल को ही अपना मुद्दा बनाया है. वहीं सत्ताधारी पार्टी भी पेयजल आपूर्ती का आश्वासन दे रही है. इलाकावासियो में भी पानी को लेकर काफी नाराजगी है.
मेटेली ब्लॉक के गोरूमारा जांगल के समीप दक्षिण धूपझोड़ा कायेतपाड़ा इलाके के लगभग 200 परिवार पेयजल की किल्लत से वर्षों से जूझ रहे हैं. सात साल पहले इलाके में पीएचई विभाग ने पाइप लाइन बिछायी, पर कोई लाभ नहीं हुआ. इसे लेकर अब इलाकावासियों ने पंचायत चुनाव में आवाज उठाई है. इलाकावासी विश्वनाथ राय, बुबाई राय ने बताया की चुनाव आया जाता रहता है, लेकिन इलाके में पेयजल नहीं आती है. इधर पाइप व नलका बिना इस्तेमाल के पड़े पड़े खराब हो रहा है. इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में प्रचार किया जा रहा है. लोगों ने बताया कि बीडीओ को मामले की लिखित जानकारी दी गयी है. लेकिन काम कुछ नहीं हुआ. मजबूरन इलाके के लोग कुएं का पानी पी रहे हैं.
इसके अलावा कायेतपाड़ा मोड़ से बाताबाड़ी फार्म बाजार तक तीन किलोमीटर सड़क जर्जर है. यह इलाके की एक महत्वपूर्ण सड़क है. इस रास्ते से होकर विद्यार्थी, आम लोग पर्यटकों की गाड़ियां हर रोज गुजरती है. इस बदहाल सड़क के कारण सभी को परेशानी होती है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये है. लोगों ने सड़क मरम्मत की मांग की है. सभी राजनैतिक पार्टियों ने जीत के बाद मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है.

Next Article

Exit mobile version