अपहरण के 18 घंटे बाद घर लौटीं सीपीएम प्रत्याशी, नामांकनपत्र वापस लेने के बाद घर पहुंचाया गया
अपहरण के बाद गाड़ी के भीतर अज्ञात स्थान पर पूरी रात रखा गया. नामांकन वापस लेने के बाद अपहर्ताओं ने गुरुवार शाम को रायगंज की अपहृत सीपीएम जिला परिषद प्रत्याशी आशा पाल को उनके घर पहुंचाया. डरी-सहमी आशा पाल ने बताया कि बुधवार रात उन्हें सपरिवार अपहरण किया गया. लेकिन रात को पति व उसकी […]
अपहरण के बाद गाड़ी के भीतर अज्ञात स्थान पर पूरी रात रखा गया. नामांकन वापस लेने के बाद अपहर्ताओं ने गुरुवार शाम को रायगंज की अपहृत सीपीएम जिला परिषद प्रत्याशी आशा पाल को उनके घर पहुंचाया.
डरी-सहमी आशा पाल ने बताया कि बुधवार रात उन्हें सपरिवार अपहरण किया गया. लेकिन रात को पति व उसकी बेटी को उनसे अलग कर दिया गया. गुरुवार को अपहर्ता उन्हें कर्णजोड़ा ले गये. नामांकन पत्र वापस लेने के बाद उन्हें घर पहुंचा दिया. एक अन्य गाड़ी में आशा पाल के पति रंजीत पाल व बेटी को दुर्गापुर पहुंचाया. अपहर्ताओं ने वहीं पर रंजीत पाल को उनकी बाइक लौटायी. इसके बाद रंजीत अपनी बेटी को लेकर घर लौटे.
घटना को लेकर सीपीएम नेता उत्तम पाल ने बताया कि नामांकन पत्र वापस लेने के लिए प्रत्याशी का अपहरण किया गया था. पुलिस व प्रशासन की मदद से सत्ताधारी पार्टी के बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. हालांकि सत्ताधारी पार्टी की ओर से आरोपों को अस्वीकार कर दिया गया है. तृणमूल के उत्तर दिनाजपुर जिला अध्यक्ष अमल आचार्य ने कहा कि कांग्रेस, सीपीएम व भाजपा तीनों मिलकर उनकी पार्टी पर झूठा आरोप लगा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि बुधवार रात लगभग 9 बजे जिला परिषद प्रत्याशी आशा पाल व उनके परिवार का आग्नेयास्त्र दिखाकर अपहरण कर लिया गया था.
गुरुवार को सीपीएम की ओर से रायगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाने के बाद घटना के खिलाफ शहर में विरोध रैली निकाली गयी. 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग का भी सीपीएम जिला नेतृत्व ने अवरोध किया.गुरुवार की सुबह कांग्रेस के जिला परिषद प्रत्याशी लियाकत अली का भी उनकी पत्नी के साथ अपहरण किया गया था. अभी तक उनका कोई अता-पता नहीं चल पाया है.