ममता बनर्जी पर मुकुल राय का बड़ा हमला, पूछा कहां से आयी 1200 करोड़ की संपत्ति

जलपाईगुड़ी : तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए मुकुल रॉय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने ममता दी से पूछा है कि उनके पास 1200 करोड़ रुपये की संपत्ति कहां से आयी? वह भी महज छह साल में. वर्ष 2012 से 2018 के बीच. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2018 5:28 AM
जलपाईगुड़ी : तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए मुकुल रॉय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने ममता दी से पूछा है कि उनके पास 1200 करोड़ रुपये की संपत्ति कहां से आयी? वह भी महज छह साल में. वर्ष 2012 से 2018 के बीच. दरअसल, मुकुल रॉय पर रेल मंत्री रहते सरकारी रकम का गबन करने का आरोप लगा है. इसके जवाब में उन्होंने ममता बनर्जी पर पलटवार किया. साथ ही कहा कि उनके साले को गिरफ्तार करने के बाद अब उनकी (मुकुल की) गिरफ्तारीकी साजिश रची जा रही है.उन्होंने कहा कि इससे वह डरने वाले नहीं हैं. जेल जाने से नहीं डरते.
मुकुल राय ने शनिवार को घुघुडांगा की जनसभा में कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर 18 साल की उम्र के हर लड़के लड़की को स्मार्ट फोन दिया जायेगा. केंद्र सरकार केशलेस अर्थव्यवस्था की पक्षधर है.
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इसके लिए सरकार स्मार्टफोन देना चाहती है ताकि युवा पीढ़ी कैशलेस व्यवस्था को अपना सके. 2012 में वह रेल मंत्री थे. उस दौरान उन पर नौकरी के लिये तीन लाख लेने का आरोप लगाया गया है. इसके लिए अचानक नौ गवाहों को खड़ा किया गया. आरोप है कि मेरे साले ने वह रकम ली थी. उन्हें उस मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही उन्हें भी गिरफ्तार करने का प्रयास चल रहा है.मुकुल राय ने सवाल दागा कि भारत तीर्थ और सारधा के घोटाले किसने किये थे. वह किसी भी केंद्रीय एजेंसी से जांच के लिये तैयार हैं. लेकिन क्या मुख्यमंत्री तैयार हैं?
उन्होंने प्रदेश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बुद्धदेव भट्टाचार्य के कार्यकाल में भी तृणमूल किया था. उस समय भी पंचायत चुनाव में इस तरह की नौटंकी नहीं हुई थी. तृणमूल के प्रत्याशियों के निर्विरोध जीतने पर उन्होंने कटाक्ष किया कि अगर दीदी को अपनी सरकार के विकास पर इतना ही भरोसा है तो फिर विरोधियों को नामांकन जमा देने से क्यों रोका जारहा है?

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