9 महीने से बंद है कैलाशपुर बागान
49 परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराया मालिकों तथा श्रमिकों में मतभेद से परेशानी बीमारी व भुखमरी से जूझ रहे हैं कई श्रमिक पंचायत चुनाव के बाद समस्या दूर करने का आश्वासन मालबाजार. मालिक के साथ श्रमिकों के मतभेद के कारण लगभग 9 महीने से एक चाय बागान बंद है. जिससे बागान के […]
49 परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराया
मालिकों तथा श्रमिकों में मतभेद से परेशानी
बीमारी व भुखमरी से जूझ रहे हैं कई श्रमिक
पंचायत चुनाव के बाद समस्या दूर करने का आश्वासन
मालबाजार. मालिक के साथ श्रमिकों के मतभेद के कारण लगभग 9 महीने से एक चाय बागान बंद है. जिससे बागान के 49 श्रमिक परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं.
यह स्थिति मालबाजार ब्लॉक अंतर्गत राजाडांगा ग्राम पंचायत इलाके के कैलाशपुर चाय बागान के डांगापाड़ा डिवीजन के श्रमिकों की है. पंचायत चुनाव करीब आ चुका है, लेकिन इनकी जिंदगी में कोई बदलाव नहीं है.
लम्बे समय से बागान बंद रहने से श्रमिक परिवारों में बीमारी व कुपोषण की समस्या है. पेट भरने के लिए कई श्रमिक दूसरे राज्यों में काम पर जा चुके हैं. कई परिवारों में भोजन पकना बंद हो गया है. बीमारी से जुझते लोगों का इलाज तो दूर की बात है ठीक से खाना तक नसीब नहीं हो रहा है.
बच्चों के स्कूल तो कब के छूट चुके हैं. बागान श्रमिक सुनील राय, बुलबुली उरांव आदि का कहना है कि चुनाव में जो भी जीते उन्हें उनका काम वापस दिलाये. बागान की एक श्रमिक तहिदा खातुन ने बताया कि उसका पति मोहम्मद बिस्तर पर पड़ा है. बागान उनके कमाई का एकमात्र जरिया था. वह भी बंद पड़ा है. इलाज तो दूर की बात अब तो किसी तरह से मजदूरी करके दो वक्त का खाना भी नहीं जुटा पाते हैं.
इस मामले में माल बीडीओ भूषण शेर्पा ने बताया कि श्रमिकों से बागान बंद होने की जानकारी मिली है. चुनाव के बाद इस दिशा में कार्रवायी की जायेगी. वहीं माल विधायक बुलु चिकबराइक ने बताया कि चुनाव के बाद बागान को फिर से खोलने की पहल की जायेगी.