बारिश में फिर से मेची नदी बरपायेगी कहर
खोरीबाड़ी : खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत डांगुजोत गांव भारत-नेपाल के सीमा पर बसा हुआ है. मेची नदी के किनारे बसे इस गांव की आबादी लगभग नौ सौ है.इसके साथ ही और भी कई गांव मेची नदी के किनारे बसे हैं. इनलोगों को अभी से ही बरसात के दिनों में नदी का पानी घरों में घुसने का […]
खोरीबाड़ी : खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत डांगुजोत गांव भारत-नेपाल के सीमा पर बसा हुआ है. मेची नदी के किनारे बसे इस गांव की आबादी लगभग नौ सौ है.इसके साथ ही और भी कई गांव मेची नदी के किनारे बसे हैं. इनलोगों को अभी से ही बरसात के दिनों में नदी का पानी घरों में घुसने का डर सता रहा है.
अगर ऐसा होता है तो जान-माल का बहुत नुकसान होगा. उल्लेखनीय है कि इस गांव में बरसात के दिनों में बाढ़ का पानी घुस जाता है. जिसके कारण लोगों को बहुत परेशानी होती है. ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियो से बांध बनवाने की मांग की है. गांव के पंचायत सदस्य रामाशीष महतो ने कहा कि बांध बनवाने को लेकर कई बार महकमा परिषद के अभियंता दौरा कर चुके हैं. प्रखंड के पदाधिकारियों ने भी दौरा किया है, बावजूद अभी तक बांध नहीं बना.
गांव के ग्रामीण अशोक शाह, शम्भू शाह, शमशाद, विजय महतो, कपिल यादव ने कहा कि नदी के किनारे बांध नहीं बनाया गया तो गांववासियों को बहुत परेशानी होगी. उनलोगों ने जल्द से जल्द प्रशासन से बांध बनवाने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि विगत कई वर्षों से इस गांव में बांध के अभाव में बाढ़ का पानी घुस जाता है. बाढ़ की चपेट में डांगुजोत गांव के साथ-साथ ताराबाड़ी व और बैरागी जोत आदि गांव भी आ जाते हैं.
क्या कहते हैं पंचायत समिति के सभापति
इस संबंध में खोरीबारी पंचायत समिति के सभापति बादल चंद्र सरकार ने कहा कि बांध बनवाने के संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है. इसकी स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा.
क्या कहते हैं खोरीबाड़ी के बीडीओ
इस संबंध में खोरीबाड़ी प्रखंड विकास पदाधिकारी योगेश चंद्र मंडल ने कहा कि मुझे इसकी कोई सूचना नहीं है. सूचना मिलते ही इस ओर आवश्यक कदम उठायेंगे.