कबाड़ में पुस्तक बेचने का मामला गहराया

सिलीगुड़ी : प्राथमिक स्कूल से सरकारी किताब विक्री का मामला अब जोर पकड़ने लगा है. स्कूल की किताबें कबाड़ में बेचने को लेकर डा. भीमराव आम्बेडकर हिंदी प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षकों ने सिलीगुड़ी जिला प्राथमिक शिक्षा काउंसिल के चेयरमैन व जिला स्कूल इंस्पेक्टर(डीआई) को ज्ञापन सौंपा है. प्राथमिक शिक्षक संगठनों ने भी मामले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2018 3:37 AM

सिलीगुड़ी : प्राथमिक स्कूल से सरकारी किताब विक्री का मामला अब जोर पकड़ने लगा है. स्कूल की किताबें कबाड़ में बेचने को लेकर डा. भीमराव आम्बेडकर हिंदी प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षकों ने सिलीगुड़ी जिला प्राथमिक शिक्षा काउंसिल के चेयरमैन व जिला स्कूल इंस्पेक्टर(डीआई) को ज्ञापन सौंपा है. प्राथमिक शिक्षक संगठनों ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग प्राइमरी काउंसिल व डीआई से की है. दूसरी ओर इस मामले पर चुप्पी साधे बैठे डीआई की भूमिका पर भी सवाल खड़ा हुआ है. इस मामले की जांच कराने पर इस प्रकार के कई मामले सामने आने का दावा किया जा रहा है.

यहां बता दें कि बीते 13 मई को प्रभात खबर के सिलीगुड़ी संस्करण में ‘विद्यार्थियों की किताबें कबाड़ में बेची’ शीर्षक वाली खबर प्रकाशित हुयी थी. सिलीगुड़ी के 1 नंबर वार्ड स्थित डा. भीमराव हिंदी प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी शिक्षक मुन्ना शर्मा ने शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी की अनुमति के बिना ही करीब डेढ़ क्विंटल सरकारी किताबें कबाड़ के भाव में बेच दी थी.

बीते 5 मई को कबाड़ वाले को स्कूल में बुलाकर किताबें बेची गयी है. करीब डेढ़ क्विंटल किताब कबाड़ वाले को ले जाते देखकर स्थानीय लोगों ने इस मामले को पकड़ा. प्रभात खबर में सरकारी किताब विक्री की खबर प्रकाशित होने के बाद विद्यालय के शिक्षक सहित प्राथमिक शिक्षक संगठनों के कान खड़े हो गये. इस मामले को लेकर डा. भीमराव आम्बेडकर हिंदी प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षकों ने प्राइमरी काउंसिल के चेयरमैन प्रणव भट्टाचार्य व डीआई तपन बसु को ज्ञापन सौंपा है.

सौंपे गये ज्ञापन में शिक्षको ने अधिकारियों को बताया है कि स्कूल के प्रभारी शिक्षक मुन्ना शर्मा व एक सहायक शिक्षका मंजू कुमारी सिंह ने मिलकर किताबों को कबाड़ में बेच दिया. स्कूल के अन्य किसी भी सहायक शिक्षक व शिक्षिका का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. स्कूल के सहायक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग प्राइमरी काउंसिल व डीआई से की है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह कारनामा करने वाले स्कूल के प्रभारी शिक्षक मुन्ना शर्मा तृणमूल समर्थित पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षक समिति के सदस्य है. सिलीगुड़ी शिक्षा जिला तृणमूल प्राथमिक शिक्षक समिति के अध्यक्ष विभाष चक्रवर्ती ने बताया कि स्कूल के अन्य सहायक शिक्षकों ने प्राइमरी काउंसिल के चेयरमैन व जिला विद्यालय परिदर्शक से मामले की शिकायत की है. सहायक शिक्षकों ने ही समिति तक भी शिकायत पहुंचायी है.
उन्होंने कहा कि सरकारी किताबों को इस तरह कबाड़ में बेचना कानूनन अपराध है. शिक्षा विभाग से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए श्री चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसे शिक्षक ही शिक्षा व समाज को कलंकित करते हैं. वहीं दूसरी तरफ निखिल बंग प्राथमिक शिक्षक समिति ने भी इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग को ज्ञापन दिया है.
शिक्षा विभाग की ओर से कार्यवायी न होने पर निखिल बंग शिक्षक समिति ने आंदोलन की धमकी दी है. ऑल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन के सिलीगुड़ी शिक्षा जिला अध्यक्ष तमाल चंद ने बताया कि वर्तमान भ्रष्ट राज्य सरकार के शासनकाल में इस तरह की घटना आम बात है.
डीआई की चुप्पी पर सबको आश्चर्य
डा. भीमराव आम्बेडकर हिंदी प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षकों की ओर से लिखित शिकायत देने के एक दिन बाद भी डीआई तपन बसु ने मामले की जांच को कदम नहीं बढ़ाया है. स्वाभाविक रूप से उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल से सरकारी किताब बेचने की शिकायत उन्हें मिली है. वे इस मामले की अपने स्तर से जांच करेंगे.
प्राइमरी काउंसिल ने बनायी जांच कमेटी
वहीं प्राइमरी काउंसिल के चेयरमैन प्रणव भट्टाचार्य ने बताया कि सरकारी किताबें कबाड़ी में बेचने की शिकायत डा. भीमराव आम्बेडकर हिंदी प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षकों ने लिखित में की है. उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी बनायी है. आरोपी शिक्षक के खिलाफ मामला सही पाये जाने पर उपयुक्त कार्यवायी की जायेगी.

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