बागडोगरा : सड़क दुर्घटना में एक चाय श्रमिक की मौत के बाद संन्यासी स्थान चाय बागान इलका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. बागडोगरा-नक्सलबाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 30 सी पर इस चाय बागान के निकट माहौल काफी गरमा गया. उत्तेजित चाय श्रमिकों ने करीब 5 घंटे तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी इन लोगों की झड़प हुई.
यह दुर्घटना बृहस्पतिवार सुबह 7:00 बजे के आसपास घटी है. मिली जानकारी के अनुसार बागडोगरा के निकट सन्यासी स्थान चाय बागान के सामने यह सड़क दुर्घटना घटी. जिसमें एक चाय श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई .जबकि बागान का मैनेजर बुरी तरह से घायल हो गया. स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि पान टंकी से सिलीगुड़ी की आ रही एक यात्री बस ने चाय बागान के मैनेजर रामचंद्र चौधरी के कार को जोरदार टक्कर मार दी.
श्री चौधरी चाय बागान से निकलकर अपनी गाड़ी मेन रोड पर ले जा रहे थे . तभी तेज रफ्तार से आ रही बस ने उनकी कार को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि मैनेजर की कार पास बने एक चाय श्रमिक के क्वार्टर में घुस गई. कार के नीचे आकर मुखनी उरांव (40) नामक एक महिला श्रमिक की मौत हो गई. बस भी उस चाय श्रमिक के घर में घुस गई. बस का ड्राइवर तथा कंडक्टर गाड़ी वहीं छोड़ कर फरार हो गया. इस घटना में बस के कई यात्री भी घायल हो गए हैं.
दुर्घटना के बाद श्रमिकों ने ही बुरी तरह से घायल मैनेजर को वहां से बरामद किया एवं इलाज के लिए सिलीगुड़ी ले गए. इसबीच, जैसे ही इस दुर्घटना की जानकारी चाय बागान के श्रमिकों को मिली उनमें गुस्सा और रोष देखने को मिला. भारी संख्या में चाय श्रमिक मौके पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करने लगे. चाय श्रमिकों ने पेड़ की टहनियों से सड़क को जाम कर दिया. मृतक महिला चाय श्रमिक के शव को भी बीच सड़क पर रख दिया. उसके बाद चाय श्रमिक उस बस पर टूट पड़े जिससे दुर्घटना हुई थी. पहले बस में तोड़फोड़ की गई. इसी बीच कुछ श्रमिकों ने बस को आग के हवाले करने की कोशिश की.
दूसरी ओर सड़क जाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. दूरगामी गाड़ियां जहां-तहां रोक दी गई. श्रमिकों का गुस्सा इतना अधिक था कि वह लोग साइकिल सवार को भी नहीं आने-जाने दे रहे थे.एक बाइक सवार ने जबरदस्ती सड़क पार करने की कोशिश की. चाय श्रमिक उस पर पिल पड़े. बाइक सवार के साथ बुरी तरह से मारपीट की ग.ई घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में बागडोगरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
बागडोगरा थाना के ओसी दीपांजन दाम भी मौके पर पहुंचे. पुलिस को भी चाय श्रमिकों के रोश का शिकार होना पड़ा. श्रमिक किसी भी कीमत पर सड़क जाम खत्म करने के लिए तैयार नहीं थे. पुलिस के साथ इनकी धक्का-मुक्की हुई. परिस्थिति को अनियंत्रित होते देख पुलिस के बड़े अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गयी. उसके बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन कमिश्नरेट से एसीपी प्रणव सिरदार मौके पर पहुंचे. उन्होंने चाय श्रमिकों को समझाने बुझाने की कोशिश की.