मालदा में अपने गढ़ से हुआ कांग्रेस का सफाया
मालदा : तीनों कालियाचक ब्लॉक कांग्रेस का गढ़ माने जाते हैं, लेकिन इस पंचायत चुनाव में यहां बड़ा उलट-फेर हुआ है. कालियाचक एक, दो और तीन नंबर ब्लॉक में हर जगह घास फूल खिल गया है. गनी खान चौधरी के गढ़ को तोड़ने में आखिरकार तृणमूल कांग्रेस सफल हो गयी है. कालियाचक एक और तीन […]
मालदा : तीनों कालियाचक ब्लॉक कांग्रेस का गढ़ माने जाते हैं, लेकिन इस पंचायत चुनाव में यहां बड़ा उलट-फेर हुआ है. कालियाचक एक, दो और तीन नंबर ब्लॉक में हर जगह घास फूल खिल गया है. गनी खान चौधरी के गढ़ को तोड़ने में आखिरकार तृणमूल कांग्रेस सफल हो गयी है.
कालियाचक एक और तीन नंबर ब्लॉकों की सभी ग्राम पंचायतों पर तृणमूल का कब्जा हो गया है. कांग्रेस में इन नतीजों के लिए कोई सांगठनिक गुटबाजी को जिम्मेदार ठहरा रहा है, तो कोई बूथ कैंप्चरिंग को. वहीं तृणमूल के मालदा जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसेन ने इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विकास कार्यों की जीत बताया है. कालियाचक-1 की सभी 14 ग्राम पंचायतों पर तृणमूल ने कब्जा कर लिया है.
कालियाचक दो नंबर ब्लॉक की नौ में से आठ पंचायतें तृणमूल की झोली में गयी हैं. कालियाचंक तीन नंबर ब्लॉक वैष्णवनगर विधानसभा क्षेत्र में पढ़ता है. पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा जीती थी. इस ब्लॉक की सभी 14 ग्राम पंचायतों पर इस बार तृणमूल का दखल हो गया है. तीनों ब्लॉकों की अधिकतर पंचायत समिति, जिला परिषद सीटें भी तृणमूल ने जीत ली हैं.