सिलीगुड़ी : चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भी हिंसा जारी
सिलीगुड़ी : पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही हिंसा का जो दौर शुरू हुआ था,वह अब भी जारी है. कल बृहस्पतिवार को चुनाव परिणामों की घोषणा हो चुकी है. लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव परिणाम की घोषणा होने के बाद बृहस्पतिवार रात से लेकर शुक्रवार तक कई स्थानों पर […]
सिलीगुड़ी : पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही हिंसा का जो दौर शुरू हुआ था,वह अब भी जारी है. कल बृहस्पतिवार को चुनाव परिणामों की घोषणा हो चुकी है. लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव परिणाम की घोषणा होने के बाद बृहस्पतिवार रात से लेकर शुक्रवार तक कई स्थानों पर हिंसक झड़प हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के निकट राजगंज प्रखंड अंतर्गत कामरंगागुड़ी में तृणमूल के विजय जुलूस पर बदमाशों ने हमला कर दिया. यह घटना शुक्रवार सुबह को ही घटी है. इस हमले का आरोप तृणमूल कांग्रेस की ही एक विक्षुब्ध धड़े पर लगा है.इस हमले के बाद पूरे इलाके में खलबली मच गयी. पूरे इलाके की स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. जहां हमले की यह घटना घटी उसके पास ही राज्य मिनी सचिवालय उत्तरकन्या है.
स्वभाविक रूप से पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. स्थिति को संभालने के लिए मिनी सचिवालय उत्तरकन्या संलग्न इलाकों में विशाल पुलिस बल की तैनाती की गई है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कि पंचायत चुनाव के मतदान के शुरू से ही फूलबाड़ी एक नंबर ग्राम पंचायत अंतर्गत 19/88 पार्ट में तृणमूल के अधिकृत प्रत्याशी को लेकर तनातनी रही है.
यहां तृणमूल कें अंदर टिकट के कई दावेदार थे. आखिर में जिला नेतृत्व के हस्तक्षेप से इयानुल हक मुंशी को तृणमूल का प्रत्याशी बनाया गया. लेकिन यह फैसला तृणमूल के ही दूसरे गुट को गवारा नहीं हुआ. तृणमूल से बागी होकर मोहम्मद जमाल निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में उतरे. हांलाकि जीत तृणमूल प्रत्याशी इयानुल हक मुंशी की ही हुई.
लेकिन अब भी विक्षुब्ध गुट इस जीत को पचा नहीं पा रहा है. शुक्रवार को निकले विजयी जुलूस पर विक्षुब्ध तत्वों ने हमला कर दिया. हालांकि इस हमले के लिए किसी भी पक्ष ने जिम्मेदारी नहीं ली है. जानकारी मिलने पर एनजेपी थाना से विशाल पुलिस बल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. फिलहाल वहां पुलिस गश्त लगा रही है.