जलपाईगुड़ी शहर में लगेगी महाराजा अग्रसेन की मूर्ति
जलपाईगुड़ी : मारवाड़ी समुदाय के पूजनीय और सम्माननीय महाराजा अग्रसेन की मूर्ति जलपाईगुड़ी शहर में स्थापित होने जा रही है. 20 मई को शहर के पांच नंबर वार्ड स्थित जोड़ाबाती मोड़ में मूर्ति की स्थापना की जायेगी. मूर्ति का अनावरण वरिष्ठ समाजसेवी चन्द्र प्रकाश सिंहल करेंगे. वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन मोहन […]
जलपाईगुड़ी : मारवाड़ी समुदाय के पूजनीय और सम्माननीय महाराजा अग्रसेन की मूर्ति जलपाईगुड़ी शहर में स्थापित होने जा रही है. 20 मई को शहर के पांच नंबर वार्ड स्थित जोड़ाबाती मोड़ में मूर्ति की स्थापना की जायेगी. मूर्ति का अनावरण वरिष्ठ समाजसेवी चन्द्र प्रकाश सिंहल करेंगे. वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन मोहन बोस करेंगे.
वहीं पांच नंबर वार्ड के अध्यक्ष-पार्षद संदीप महतो विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे. उल्लेखनीय है कि मूर्ति की स्थापना अखिल भारतीय अग्रवाल समाज की पहल पर हो रही है.
उल्लेखनीय है कि महाराजा अग्रसेन की मूर्ति के अनावरण के बाद संलग्न अग्रसेन भवन में महाराजा के जीवन, इतिहास और उनके सामाजिक दर्शन विषय पर संगोष्ठी आयोजित होगी. इसी दिन महाराज नर्मदा शंकर श्रीमद्भगवत गीता का पाठ करेंगे. अगले दिन सुबह अग्रसेन भवन में अखिल भारतीय अग्रवाल समाज का विशिष्ट कार्यक्रम के अलावा शोभायात्रा निकाली जायेगी.
समाज के सचिव किशोर मारोदिया ने बताया कि महाराजा अग्रसेन अग्रवाल समाज के आइकॉन हैं. इनका समाज में देवतुल्य आदर व सम्मान है. उन्होंने बताया कि फाइबर से बनी मूर्ति के निर्माण में डेढ़ लाख रुपये की लागत आयी है.
उन्होंने बताया कि महाराजा अग्रसेन हरियाणा की अगरोहा नामक रियासत के राजा थे. आज से करीब पांच हजार साल पहले उनकी रियासत में एक लाख प्रजा थी. रियासत में बाहर से कोई अगर बसने के लिए आता तो उसे रियासत की प्रत्येक प्रजा एक ईंट और एक रुपया दान में देती.
इससे वह व्यक्ति अपने परिवार के लिए एक मकान बनवा लेता और एक लाख रुपये की पूंजी से कोई कारोबार कर लेता. किशोर मारोदिया ने कहा कि उस समय की व्यवस्था किसी भी साम्यवादी व्यवस्था से कमतर नहीं थी. समाज के अध्यक्ष प्रदीप सितानी ने बताया कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि आखिर में महाराजा अग्रसेन की मूर्ति स्थापित हो रही है.
नगरपालिका चेयरमैन मोहन बोस ने कहा कि महाराजा अग्रसेन का मारवाड़ी समाज में विशेष सम्मान है. उनकी मूर्ति का अनावरण हम सभी के लिए गर्व का विषय है.