महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से मुकाबले को बनाया लक्ष्य
कोलकाता : आसाराम बापू की पीड़िता ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से मुकाबला को लक्ष्य बनाया है. यूपीएससी की परीक्षा पास कर वह आइपीएस अधिकारी बनना चाहती हैं और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा कर मुहिम चलाना चाहती हैं. आसाराम बापू की पीड़िता को राष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से सम्मानित किया […]
कोलकाता : आसाराम बापू की पीड़िता ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से मुकाबला को लक्ष्य बनाया है. यूपीएससी की परीक्षा पास कर वह आइपीएस अधिकारी बनना चाहती हैं और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा कर मुहिम चलाना चाहती हैं. आसाराम बापू की पीड़िता को राष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से सम्मानित किया गया. वह अपने माता-पिता के साथ कोलकाता आयीं.
प्रभात खबर से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की निवासी पीड़िता व उनके माता-पिता का कहना है कि जब तक जिंदा हैं, वे लोग पीछे नहीं हटेंगे और यदि उच्च न्यायालय में भी अपील की जाती है, तो उसका मुकाबला करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें तरह-तरह से परेशान किया गया. उन पर दवाब बनाया गया. लगभग साढ़े चार साल की कानूनी लड़ाई में उन लोगों का ट्रांसपोर्ट का बिजनेस बर्बाद हो गया है, लेकिन उन्होंने अत्याचार के सामने सिर नहीं झुकाया और न ही भविष्य में झुकायेंगे.
जिला अदालत के निर्णय के बाद भी उन्हें धमकी दी गयी है. अदालत के निर्णय से भगवान पर भरोसा और बढ़ गया है और उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा. अब समाज का भी सहयोग मिल रहा है. इससे उन लोगों का उत्साह और अत्याचार से लड़ने की इच्छा शक्ति और भी बढ़ गयी है. उन लोगों को पूरा विश्वास है कि भगवान नाम की परम सत्ता है, जिसने हमारी मदद की है और लोगों का सहयोग उन लोगों को मिल रहा है. अदालत के फैसले के बाद पीड़िता का परिवार पहली बार कोलकाता आया था.
पीड़ित परिवार का उत्साह बढ़ाने के लिए चंचल झवर (सिंगापुर), मिसेस वेस्टर्न इंडिया नम्रता दूबे और मिस मलेशिया गुंजन कार्यक्रम में शामिल हुईं. कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम के आयोजन में केके सिंघानिया व कमल गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जबकि सम्मेलन के संस्थापक व सचिव संजय डागा,उपाध्यक्ष अतुल डालमिया व सुशील कोठारी, भोला प्रसाद सोनकर सहित अन्य ने सक्रिय भागीदारी निभायी.