13 सूत्री मांगों को लेकर बंद रहा डाकघर
नागराकाटा : 13 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से देशभर के साथ-साथ नागराकाटा में डाककर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल में भाग लिया. इस हड़ताल के कारण सभी डाकघर बंद रहे. कर्मचारियों ने प्रदर्शन करके विरोध जताया. डाकघरों के बंद रहने से चाय बागान के ग्रामीण क्षेत्रों लोगों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. विभिन्न चाय बागानों […]
नागराकाटा : 13 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से देशभर के साथ-साथ नागराकाटा में डाककर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल में भाग लिया. इस हड़ताल के कारण सभी डाकघर बंद रहे. कर्मचारियों ने प्रदर्शन करके विरोध जताया. डाकघरों के बंद रहने से चाय बागान के ग्रामीण क्षेत्रों लोगों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
विभिन्न चाय बागानों से आए ग्राहकों को सूचना के अभाव के कारण वापस लौटना पड़ा.हड़ताल के बारे में जानकारी देते हुए केरन पोस्ट ऑफिस के ग्रामीण डाक सेवक अमरजीत नायक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में डाककर्मियों को मात्र 8 हजार रुपये मासिक पारिश्रमिक मिलता है.
डाककर्मिंयों को भी सातवें वेतन आयोग के तहत पढ़ाने की बात थी. लेकिन आज तक केन्द्र सरकार ने इसपर कोई जरूरी हस्तक्षेप नहीं किया. पूरे भारत में कुल 2 लाख 70 हजार ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत हैं.
डाककर्मियों ने किया प्रदर्शन
दार्जिलिंग. सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू करने की मांग को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों ने मंगलवार को दार्जिलिंग जिला पोस्ट ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में पोस्ट ऑफिस के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया. सभी कर्मचारी अपनी मांगों से संबंधित प्ले कार्ड के साथ मौजूद थे.
जानकारी के अनुसार देशभर में सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू करने की मांग को लेकर देशभर में आवाजें उठ रही है. इसी को लेकर जिला पोस्ट ऑफिस के सामने डाक विभाग के कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुये विरोध-प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कमलेश चन्द्र कमिटि की रिपोर्ट के आधार पर डाक सेवकों के लिए भी सातवां वेतन आयोग की सिफारिश लागू करने की मांग की.