भक्त हो तो नरसी जैसा : शंभूशरणजी
सिलीगुड़ी : ‘भक्त हो तो नरसी जैसा, और नहीं कोई दूजा’ यह कहना है सुप्रसिद्ध कथा वाचक वाणीभूषण पंडित पूज्य शंभुशरणजी लाटा का. मौका था पुरुषोत्तम मास (मल मास) में उत्तर बंगाल मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट की पहल पर सेवक रोड स्थित उत्तर बंगाल मारवाड़ी भवन के उत्सव वाटिका में दो दिवसीय ‘नानी बाई को मायरो’ […]
सिलीगुड़ी : ‘भक्त हो तो नरसी जैसा, और नहीं कोई दूजा’ यह कहना है सुप्रसिद्ध कथा वाचक वाणीभूषण पंडित पूज्य शंभुशरणजी लाटा का. मौका था पुरुषोत्तम मास (मल मास) में उत्तर बंगाल मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट की पहल पर सेवक रोड स्थित उत्तर बंगाल मारवाड़ी भवन के उत्सव वाटिका में दो दिवसीय ‘नानी बाई को मायरो’ का संगीतमय कथा कार्यक्रम का. उन्होंने नरसी की भक्ति और प्रभु के अद्भुत लीला का संगीतमय बखान कर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया. कथा आयोजन के दूसरे दिन कथा स्थल पर उमड़े भक्तों ने संगीतमय कार्यक्रम का भरपूर लुत्फ उठाया.
कथा वाचन से पहले आयोजक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आरके गोयल, वर्तमान अध्यक्ष किशन बापोड़िया, सचिव हनुमान डालमिया, कोषाध्यक्ष भवर लाल जैन, नेमचंद जैन, चंद्रप्रकाश सिंहल, डॉ आरके अग्रवाल, महावीर डाबड़ीवाल, उत्तम अग्रवाल, सुभाष गोयल, महेंद्र सिंहल, संतोष कुमार अग्रवाल, अनिल बंसल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, प्रदीप केडिया, पवन अग्रवाल रिनॉकवाले, हरिप्रसाद कंदोई समेत अन्य सदस्यों व अनुयायियों ने अपने गुरुजी शंभूशरणजी का अभिनंदन कर आशीष लिया. कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ पत्रकार दिनेश ललवानी ने किया. कार्यक्रम के दौरान भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए आयोजक कमेटी की ओर से समुचित इंतजाम किया गया है. हनुमान डालमिया ने बताया कि सोमवार से बुधवार तक शंभुशरणजी के सानिध्य में ही ‘रामदेव जी का जुम्मा’ का तीन दिवसीय संगीत कार्यक्रम भी उत्सव वाटिका में ही आयोजित किया जायेगा.