दुर्गा पूजा से पहले सिलीगुड़ी होगा प्लास्टिक मुक्त: गौतम
सिलीगुड़ी : पिछले कई वर्षों से चले अभियान के बाद भी सिलीगुड़ी शहर प्लास्टिक मुक्त नहीं हो सका. सिर्फ व्यवसायी ही नहीं बल्कि आम नागरिक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं. सिलीगुड़ी शहर के साथ-साथ महकमा परिषद इलाके को भी प्लास्टिक मुक्त करने के लिए राज्य के मंत्री गौतम देब ने कानून के अनुसार दंड को […]
सिलीगुड़ी : पिछले कई वर्षों से चले अभियान के बाद भी सिलीगुड़ी शहर प्लास्टिक मुक्त नहीं हो सका. सिर्फ व्यवसायी ही नहीं बल्कि आम नागरिक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं. सिलीगुड़ी शहर के साथ-साथ महकमा परिषद इलाके को भी प्लास्टिक मुक्त करने के लिए राज्य के मंत्री गौतम देब ने कानून के अनुसार दंड को लागू करने का निर्णय लिया है.
प्लास्टिक कैरी बैग को बंद करने को लेकर राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने रविवार को अपने कार्यालय में एक बैठक की. इस बैठक में सिलीगुड़ी नगर निगम, महकमा परिषद, पुलिस प्रशासन, व्यवसायिक संगठन व पर्यावरण प्रेमी संस्था के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे. बैठक में दुर्गा पूजा के पहले सिलीगुड़ी को प्लास्टिक मुक्त करने के निर्णय पर सभी ने सहमति जतायी.
प्लास्टिक कैरी बैग व्यवहार व उपयोग के खिलाफ कड़ा कानून है. कानून में दंड का प्रावधान भी है. पहले भी इस कानून के अनुसार कार्यवायी की गयी है. सिलीगुड़ी नगर निगम की वर्तमान माकपा बोर्ड के पहले गंगोत्री दत्त के नेतृत्व वाली कांग्रेस बोर्ड ने सिलीगुड़ी को प्लास्टिक मुक्त शहर घोषित भी किया था. हालांकि फिर से शहर का वही हाल हो गया है.
प्लास्टिक के उपयोग से व्यवसायी के साथ नागरिक भी बाज नहीं आ रहे हैं. शहर में प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ने के बाद भी प्लास्टिक कैरी बैग व थर्मोकोल के प्रयोग को लोग बंद नहीं कर रहे हैं.साथ ही व्यवसायी व नागरिकों के प्लास्टिक कैरी बैग को बदलने के लिए 10 लाख कपड़े का थैला बाजार में वितरण करने का निर्णय लिया है.
कानून के अनुसार 50 माइक्रोन से नीचे की प्लास्टिक कैरी बैग प्रदूषण को बढ़ावा देती है. इसीलिए 50 माइक्रोन के नीचे का प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग को निषेध लगाया गया है. हालांकि सिलीगुड़ी शहर में प्लास्टिक कैरी बैग का प्रयोग पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है. लोगों से प्लास्टिक कैरी बैग की आदत को छुड़ाने के लिए कपड़े का थैला बाजारों में वितरित किया जायेगा. प्रथम चरण में 1 लाख थैला वितरण का निर्णय बैठक में लिया गया. मंत्री गौतम देब ने कहा कि किसी भी कीमत पर दुर्गा पूजा के पहले सिलीगुड़ी शहर को प्लास्टिक मुक्त करना होगा.
इसके साथ ही सिलीगुड़ी महकमा परिषद के ग्रामीण इलाके को भी प्लास्टिक मुक्त बनाया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस शहर में कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं, लेकिन कोई भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर रहा है. व्यवसायिक संगठनों ने बाजारों में कपड़े का थैला वितरित करने का जिम्मा लिया है. व्यवसायी या संगठन थैले पर अपना नाम अंकित करा सकते हैं. प्लास्टिक देने वाले व्यवसायी व लेने वाले ग्राहकों के खिलाफ भी कानूनन दंड व जुर्माना लगाने का निर्देश मंत्री ने प्रशासन को दिया है. नगर निगम व महकमा परिषद को भी मंत्री ने प्लास्टिक के खिलाफ अभियान तेज करने को कहा है.
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डिप्टी पुलिस कमिश्नर गौरव लाल ने बताया कि जरूरत पड़ने पर पुलिस बल द्वारा अभियान चलाकर कानून को कार्यवाई की जायेगी. वहीं पर्यावरण प्रेमी संस्था नैफ के अनिमेस बसु ने कहा कि शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एक जन आंदोलन की आवश्यकता है.
हालांकि पिछले कुछ दिनों से चलाये गये आंदोलन में लोगों ने प्लास्टिक छोड़ने के प्रति उत्सुकता दिखायी है. इधर, प्लास्टिक के खिलाफ सिलीगुड़ी नगर निगम काफी पहले से ही अभियान चला रहा है. अब सिलीगुड़ी महकमा परिषद के एईओ प्रेम कुमार बरदेवा ने कहा कि ग्रामीण इलाकों को प्लास्टिक व थर्मोकोल मुक्त बनाने की कवायद शुरू की जायेगी.