बेसहारों का सहारा बनेगी बालुरघाट नगरपालिका

बालुरघाट : सड़क पर भटकने वाले बेसहारा आश्रयहीन लोगों के लिए बालुरघाट नगरपालिका की ओर से आवास बनाया जा रहा है. शहर के खादिमपुर लोकनाथ मंदिर संलग्न इलाके में यह आवास बनाया जा रहा है. इसमें 50 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. इसके लिए लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत आयेगी. 30 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2018 3:35 AM
बालुरघाट : सड़क पर भटकने वाले बेसहारा आश्रयहीन लोगों के लिए बालुरघाट नगरपालिका की ओर से आवास बनाया जा रहा है. शहर के खादिमपुर लोकनाथ मंदिर संलग्न इलाके में यह आवास बनाया जा रहा है. इसमें 50 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. इसके लिए लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत आयेगी. 30 से 35 आश्रयहीनों को चिह्नित भी कर लिया गया है.
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय नगर जीविका मिशन या एयूएलएम योजना के अंतर्गत व बालुरघाट नगरपालिका की पहल पर भटकते लोगों के लिए आवास बनाया जा रहा है. इसके लिए लगभग 1 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत आयेगी. नगरपालिका की ओर से बताया गया है कि अगले दो महीनों में काम पूरा हो जायेगा. इधर कोलकाता से प्रतिनिधि दल बालुरघाट पहुंचकर रात को घूम-घूमकर शहर में भटकते लोगों की सूची तैयार कर रहे है.
उनके बारे में जानकारियां भी जुटायी जा रही है. सिर्फ आवास ही नहीं बल्कि उनलोगों के हरेक प्रकार की जिम्मेदारी नगरपालिका उठायेगी. बालुरघाट नगरपालिका की ओर से अबतक 35 आश्रयहीन लोगों को चिह्नित किया गया है. कुछ दिनों में आवास में लाया जायेगा.
इस मामले में बालुरघाट नगरपालिका के चेयरमैन राजन शील ने बताया कि लोकनाथ मंदिर इलाके में भटकते आश्रयहीन लोगों के लिए आवास बनाया जा रहा है.
वहां 50 लोगों के रहने की व्यवस्था है. इसके साथ ही उनलोगों के खाने पीने की भी व्यवस्था यहीं की जायेगी. योजना अधिकारी सुमन कुमार दास ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार शहरी इलाकों में जिनको रहने की जगह नहीं है, ऐसे लोगों की जानकारी हासिल की जा रही है. रात के दस बजे के बाद नगरपालिका के विभिन्न इलाकों में घूम घूमकर जानकारियां जुटायी जा रही है. अब तक 30 से 35 ऐसे आश्रय हीन व्यक्ति मिले है. योजना अधिकारी ने बताया कि एक या दो लोगों का परिवार हो तो भी वे आवास में रह सकेंगे.

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