ईसाई मिशन से भागे चार बच्चे सरकारी होम को सुपुर्द

जयगांव : स्थानीय एक ईसाई मिशन से भागे चार आवासी बच्चों को एक स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ता की सर्तकता से मानव तस्करों के चंगुल में पड़ने से बचा लिये गये. जयगांव वेलफेयर आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष दिनेश विश्वकर्मा ने बताया कि बचाये गये बच्चों की उम्र पांच से सात साल के बीच है. शनिवार को इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2018 9:09 AM

जयगांव : स्थानीय एक ईसाई मिशन से भागे चार आवासी बच्चों को एक स्वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ता की सर्तकता से मानव तस्करों के चंगुल में पड़ने से बचा लिये गये. जयगांव वेलफेयर आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष दिनेश विश्वकर्मा ने बताया कि बचाये गये बच्चों की उम्र पांच से सात साल के बीच है. शनिवार को इन सभी बच्चों को जलपाईगुड़ी के सरकारी होम को सौंपा गया है. जयगांव थाना सूत्र के अनुसार ऐसे बेसहारा बच्चों को कानूनी तौर पर होम में रखने का नियम है. इन बच्चों को केवल उनके अभिभावकों को ही सौंपा जाता है.

दिनेश विश्वकर्मा ने बताया कि सुपुर्द किये गये बच्चों में दो कालचीनी, दो सिलीगुड़ी और एक जयगांव के हैं. उनकी संस्था के सदस्य समित विश्वकर्मा जब जयगांव से सेंट्रल डुवार्स जा रहे थे उसी समय चारों बच्चे खोकला बस्ती होते हुए रांगामाटी चाय बागान की तरफ जा रहे थे. उन्होंने तब बच्चों से बात कर उनके बारे में जानकारी ली. जब उन्हें पता चला कि ये बच्चे भटक गये हैं तो उन्होंने उन्हें ऑटो रिक्शा में बैठाकर सीधे एसएसबी हाटखोला के कंपाउंड पहुंचाया.
चारों बच्चों के साथ एक युवक भी था. जब एसएसबी के एक अधिकारी ने बच्चों और युवक से करीब दो घंटे तक पूछताछ की तो जानकारी मिली कि ये सभी जयगांव स्थित एक ईसाई मिशन के होम से भागे हैं. सूत्र के अनुसार एक एनजीओ द्वारा संचालित ईसाई होम में ऐसे 30 बच्चे रहते हैं. वहां बच्चों की दैनिक स्वास्थ्य के अलावा शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है. हालांकि इसके बावजूद ये बच्चे वहां से क्यों भागे यह जांच का विषय है. एसएसबी की ओर से चारों बच्चों को पहले जयगांव थाने को सुपुर्द किया गया. वहां से फिर उन्हें जलपाईगुड़ी के सरकारी होम में भेजा गया.

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