पर्यटकों से जंगल में प्रवेश नहीं करने का अनुरोध

चापरामारी अभयारण्य के प्रवेश द्वार पर पर्यावरणप्रेमियों ने डेरा जमाया नागराकाटा. शनिवार को चापरामारी अभयारण्य के प्रवेश पथ के सामने एकजुट होकर पर्यावरण प्रेंमियों ने पर्यटकों से अंदर नहीं जाने का अनुरोध किया. पांबदी हटा लेने के कारण 16 जून को भी पर्यटक चापरामारी जंगल सफारी के लिए जुटे. 6 गाड़ियों में भरकर पर्यटक वहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2018 9:10 AM

चापरामारी अभयारण्य के प्रवेश द्वार पर पर्यावरणप्रेमियों ने डेरा जमाया

नागराकाटा. शनिवार को चापरामारी अभयारण्य के प्रवेश पथ के सामने एकजुट होकर पर्यावरण प्रेंमियों ने पर्यटकों से अंदर नहीं जाने का अनुरोध किया. पांबदी हटा लेने के कारण 16 जून को भी पर्यटक चापरामारी जंगल सफारी के लिए जुटे. 6 गाड़ियों में भरकर पर्यटक वहां पहुंचे. लेकिन पर्यावरणप्रेमियों के अनुरोध से वे लौट गये.

बारिश का मौसम शुरू होते ही देश के विभिन्न जंगलों में पर्यटकों के प्रवेश पर पांबदी लग जाती है. ऐसा जंगली जानवरों के प्रजनन के मौसम को देखते हुए किया जाता है. लेकिन इस साल चापरामारी के जंगल में प्रवेश पर पांबदी को हटा दिया गया है. इसपर पर्यावरण प्रेमियों ने पहले ही आपत्ति जतायी थी. लेकिन 16 जून को 6 गाड़ियों में भरकर पर्यटक चापरामारी पहुंचे. पर्यावरण प्रेमी चापरामारी के प्रवेशद्वार पर सभी पर्यटकों से अंदर नहीं जाने की अपील की.

पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि जानवरों के प्रजनन के मौसम में जानवरों को परेशान करना ठीक नहीं है. इस दौरान जंगल को पर्यटकों के लिए खुला रखने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. इसे लेकर शुक्रवार को विभागीय प्रधान को ज्ञापन दिया गया है. पर्यावरण प्रेमी मानवेंद्र दे सहित अन्य ने बताया कि पर्यटकों से हाथ जोड़ कर अपील की गयी है. जानवरों के साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा का भी सवाल है. वहीं वन विभाग के गोरूमारा वन्यप्राणी डिवीजन की डीएफओ गोस्वामी ने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश से चापड़ामारी जंगल को खुला रखा गया है. पर्यावरण प्रेमियों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जायेगा.

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