BJP कार्यकर्ताओं को लगने वाली एक-एक गोली का बदला लेंगे, बोले दिलीप घोष
जलपाईगुड़ी : एक-एक को चुन-चुन के मारूंगा. चुन-चुन के मारूंगा. चुन-चुन के मारूंगा. ‘शोले’ फिल्म अगर आपने देखी होगी, तो इस डायलॉग को आज भी नहीं भूले होंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कुछ इसी अंदाज में तृणमूल कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी. जलपाईगुड़ी […]
जलपाईगुड़ी : एक-एक को चुन-चुन के मारूंगा. चुन-चुन के मारूंगा. चुन-चुन के मारूंगा. ‘शोले’ फिल्म अगर आपने देखी होगी, तो इस डायलॉग को आज भी नहीं भूले होंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कुछ इसी अंदाज में तृणमूल कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी. जलपाईगुड़ी में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में सत्ता में आने पर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का बदला लिया जायेगा.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मारी जाने वाली एक-एक गोली गिन रहे हैं. सत्ता में आने पर एक-एक गोली का बदला लेंगे. आज के हमलावर उस वक्त या तो जेल में होंगे या उन्हें गोलियों का शिकार होना पड़ेगा.
Those who are attacking our party supporters will get imprisoned or bullets. We are counting every bullet which killed our workers: #WestBengal BJP chief Dilip Ghosh in Jalpaiguri pic.twitter.com/5lJnauXJ6M
— ANI (@ANI) June 20, 2018
दिलीप ने कहा, ‘जो लोग हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं, उन्हें या तो कैद मिलेगी या फिर गोली खानीहोगी. हम हर उस गोली को गिन रहे हैं, जो हमारे कार्यकर्ताओं की जान ले रही है.’ ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. मई,2018के अंत में तीन दिनमें दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दीगयी.
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पहले त्रिलोचन (18) का शव पेड़ से लटकादियागया था. शव पर एक परचा लगा दिया गया था, जिसमें लिखा था, ‘भाजपा के लिए काम करने का यही हश्र होगा’. इसके दो दिन बाद दुलाल कुमार (32) की हत्या कर शव को बिजली के खंभे से लटका दिया गया. ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाएं भी लगातार सामने आती रहती हैं. अपने कार्यकर्ताओं की हत्याओं पर भाजपा सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को निशाने पर लेती है, तो सत्ताधारी दल भाजपा, बजरंग दल और माओवादियों को घेरती रहती है.