मालदा में महीनों बाद झमाझम बारिश

मालदा: लगातार कुछ महीनों तक सूखे व गरमी के बाद आज मालदा में हुई जोरदार बारिश ने शहरवासियों को राहत दी. आज दोपहर दो बजे से बूंदा-बूंदी के बाद शाम चार बजे से झमाझम बारिश हुई. जिससे शहरवासियों ने राहत की सांस ली. दूसरी ओर इतने दिनों तक सूखे के चलते मालदा में आम व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2014 10:07 AM

मालदा: लगातार कुछ महीनों तक सूखे व गरमी के बाद आज मालदा में हुई जोरदार बारिश ने शहरवासियों को राहत दी. आज दोपहर दो बजे से बूंदा-बूंदी के बाद शाम चार बजे से झमाझम बारिश हुई. जिससे शहरवासियों ने राहत की सांस ली.

दूसरी ओर इतने दिनों तक सूखे के चलते मालदा में आम व लिची के फसलों को नुकसान पहुंचा है. आम के फलन में नुकसान होने के कारण इस बार मालदा के लोगों को ही मालदा का आम महंगा लगेगा. आज मालदा के बाजार में गोपालभोग आम 40 से 50 रुपये किलो में बिके. हालांकि गोपालभोग आम के पकने का समय जून का महीना है. 15 जून के बाद ही यह आम पूरी तरह से पकता है, लेकिन आम किसान किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाह रहे हैं.

धूप के कारण आम की गुणवत्ता भी खराब हो गयी है. आम के थोक व्यापारी सजल घोष ने कहा कि किसान बागान से आम लाकर बेच रहे हैं और हम कमीशन लेकर बिक्री कर रहे हैं. व्यवसायी भी किसी तरह की जोखिम नहीं लेना चाह रहे हैं. अगर कालवैशाखी तूफान व ओला बारिश हुई तो बाकी आम भी नष्ट हो जायेंगे. व्यवसायी विप्लब दास ने कहा कि 75 प्रतिशत गोपालभोग आम बाजार में चला आया है. इस बार आम का आकार बहुत बड़ा नहीं है. दूसरी ओर लिची की हालत भी ऐसी ही है.

लिची भी इस बार छोटे साइज की हुई है. बाजार में 60 से 70 रुपये प्रति किलो दर पर लिची की बिक्री हो रही है. मालदा जिला आम व्यवसायी समिति के सचिव सुवोध मिश्र ने कहा कि आम के पकने के पहले ही जिस तरह से आम बाजार में आ रहे हैं, उससे लग रहा है कि आने वाले दिनों में आम की मांग कम हो जायेगी. व्यवसायी अधिक मुनाफे के चलते कार्बाइड से आम पका कर बेच रहे हैं. जिससे आम की गुणवत्ता खराब हो रही है. मालदा जिले में आम विकास दफ्तर रहने के बावजूद उदासीनता के चलते साल दर साल आम के फलन में नुकसान हो रहा है. उद्यान पालन विभाग के जिला अधिकारी प्रियरंजन सान्निग्राही ने कहा कि मौसम के कारण ही मालदा में आम व लिची का फलन इस बार कम हुआ है. बारिश की कमी के कारण आम का आकार भी बड़ा नहीं हो पाया है. अच्छे प्रजाति के आम इसबार कम हुए हैं. जिस कारण लग रहा है कि इस बार आम की कीमत ज्यादा होगी.

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