आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो सीख रहीं गांव की लड़कियां

मयनागुड़ी : गरीब परिवारों के विद्यार्थी बीच में ही मजबूरन पढ़ाई छोड़ देते थे. उन विद्यार्थियों के लिए स्कूल का निर्माण किया. समाज के सहयोग से अस्पताल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. अब पद्मश्री करीमुल हक ने लड़कियों को आत्मरक्षार्थ संपन्न बनाने का लक्ष्य रखा है. इनदिनों लड़कियों के साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2018 1:51 AM
मयनागुड़ी : गरीब परिवारों के विद्यार्थी बीच में ही मजबूरन पढ़ाई छोड़ देते थे. उन विद्यार्थियों के लिए स्कूल का निर्माण किया. समाज के सहयोग से अस्पताल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. अब पद्मश्री करीमुल हक ने लड़कियों को आत्मरक्षार्थ संपन्न बनाने का लक्ष्य रखा है.
इनदिनों लड़कियों के साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म जैसी घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. जिसके निपटने के लिए आत्मनिर्भर बनना जरूरी हो गया है.
इसे देखते हुए पद्मश्री करीमुल हक ने अपने गांव में ताइक्वांडो प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया है. जलपाईगुड़ी ताइक्वांडो युवा एसोसिएशन की ओर से करीमुल हक के घर पर उक्त शिविर आयोजित किया गया. करीमुल हक के अपने गांव धलाबाड़ी के दो स्थानों एवं क्रांति, रहमतटारी व राजाडांगा इलाकों में जरुरतमंद परिवारों के लगभग 40 बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं.
अपने घर पर सभी के सहयोग से वह अस्पताल का निर्माण भी करा रहे हैं. अब उनका लक्ष्य गांव की लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए तैयार करने का है. जिसे लेकर उन्होंने अपने घर पर ताइक्वांडो प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया गया है. जलपाईगुड़ी के एक ताइक्वांडो प्रशिक्षण संगठन ने इस कार्य में सहयोग किया है. करीमुल हक ने बताया कि विद्यार्थी अपने परिवार वालों के सहमति से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. इन्हे देखकर और भी छात्राएं प्रोत्साहित होंगी.

Next Article

Exit mobile version