सीएम की उपेक्षा से चढ़ा सिलीगुड़ी मेयर का पारा, कहा: पत्र का जवाब तक नहीं मिला
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य का राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का सपना अधूरा रह गया है. अशोक भट्टाचार्य ने कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का समय मांगा था. समय तो दूर मुख्यमंत्री ने उनको पत्र का जवाब तक नहीं दिया. इसके कारण मेयर का पारा […]
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य का राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का सपना अधूरा रह गया है. अशोक भट्टाचार्य ने कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का समय मांगा था. समय तो दूर मुख्यमंत्री ने उनको पत्र का जवाब तक नहीं दिया. इसके कारण मेयर का पारा सातवें आसमान पर है.
उन्होंने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है.मंगलवार को सिलीगुड़ी नगर निगम के अपने कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि वह कुछ दिनों पहले सिलीगुड़ी की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से वक्त मिलने का वक्त मांगा था. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी दी थी.
मुख्यमंत्री ने उनको चिट्ठी का जवाब तक देना उचित नहीं समझा. वह सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर हैं और साथ ही एक विधायक भी हैं .इसके अलावा वह दो दशक तक वाम मोर्चा के शासनकाल में मंत्री भी रह चुके हैं. इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मिलने पर क्या आपत्ति हो सकती थी. उनको मिलना चाहिए था.
वह मुख्यमंत्री से मिलकर सिलीगुड़ी नगर निगम की समस्याओं को लेकर बातचीत करना चाहते थे. वह अकेले ही नहीं बल्कि सिलीगुड़ी नगर निगम के कई पार्षदों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाह रहे थे. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा कि सिलीगुड़ी में विकास के काम प्रभावित हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की ओर से सिलीगुड़ी की उपेक्षा की जा रही है. उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि सिलीगुड़ी क्या कश्मीर या किसी दूसरे राज्य में है. सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल के ही एक महत्वपूर्ण शहरों में शामिल है. जिस प्रकार से राज्य के अन्य शहरों का विकास हो रहा है उसी प्रकार से सिलीगुड़ी का भी विकास होना चाहिए. इस मामले में मुख्यमंत्री राजनीति कर रही हैं.
सिलीगुड़ी नगर निगम के साथ-साथ सिलीगुड़ी महकमा परिषद की उपेक्षा की जा रही है. क्योंकि इन दोनों स्थानों पर वाममोर्चा का बोर्ड है. विकास के काम में राजनीति सही नहीं है . उन्होंने आगे कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में विकास कार्यों को करने में आर्थिक परेशानी हो रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज सरकार किसी प्रकार का सहयोग नहीं कर रही है.
उल्टे केंद्र सरकार द्वारा जारी पैसे भी सिलीगुड़ी नगर निगम को नहीं दिए जा रहे हैं.मुख्यमंत्री से बातचीत कर वह इन तमाम समस्याओं को सामने रखना चाहते थे. उनसे बातचीत ही नहीं हो पाई . सिलीगुड़ी नगर निगम का करोड़ों रुपया राज्य सरकार पर बकाया है. सिर्फ राज्य वित्त आयोग से ही 24 करोड़ रुपए सिलीगुड़ी नगर निगम को मिलने हैं.
यह पैसे नहीं दिए जा रहे हैं. इसके साथ ही सिलीगुड़ी के विकास के लिए कई योजनाओं की मंजूरी राज्य सरकार नहीं दे रही है. इन तमाम समस्याओं को लेकर वह नगर निगम के पार्षदों के साथ मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे. मुख्यमंत्री इन दिनों उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. जब उन्होंने पत्र लिखा था तो कहा था की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रही हैं.
इस दौरे के दौरान उन्हें मिलने का थोड़ा सा वक्त चाहिए. मुख्यमंत्री ने इस मामले में शिष्टाचार तक नहीं दिखाई. उन्हें पत्र का जवाब तक नहीं दिया गया. मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त नहीं मिलने से अशोक भट्टाचार्य काफी निराश हैं.