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ड्रोन गिरने का मामला : केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी, दो भाई गिरफ्तार
सिलीगुड़ी : आसमान से अचानक ड्रोन गिरने का मामला अब गहराने लगा है. पुलिस प्रशासन से लेकर सीआइडी, भारतीय सेना की खुफिया विभाग, बीएसएफ व एसएसबी की खुफिया तंत्र भी मामले की छानबीन में जुट गयी है. ड्रोन उड़ाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बारी-बारी से सभी जांच एजेंसिया उनसे पूछताछ […]
सिलीगुड़ी : आसमान से अचानक ड्रोन गिरने का मामला अब गहराने लगा है. पुलिस प्रशासन से लेकर सीआइडी, भारतीय सेना की खुफिया विभाग, बीएसएफ व एसएसबी की खुफिया तंत्र भी मामले की छानबीन में जुट गयी है. ड्रोन उड़ाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बारी-बारी से सभी जांच एजेंसिया उनसे पूछताछ कर रही है. लेकिन अभी तक कुछ सामने नहीं आया है. बल्कि सरकार की नीति पर सवाल जरूर खड़ा हो गया है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सिलीगुड़ी में होने के दौरान बिना इजाजत के ड्रोन उड़ाने का यह मामला कई सवाल खड़े कर रहा है.
उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार की रात सिलीगुड़ी के निकट फांसीदेवा थाना इलाके में एक ड्रोन आसमान से गिरा. ड्रोन के गिरने से इलाके में सनसनी फैल गयी. जब ड्रोन गिरा उस समय राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासनिक बैठक कर रही थी. सिलीगुड़ी में मुख्यमंत्री के रहते अज्ञात ड्रोन पाये जाने से पुलिस खेमे में भी खलबली मच गयी.
ड्रोन बरामद करने के साथ ही पुलिस ने उसकी जांच शुरू कर दी.
ड्रोन में लगे इलेक्ट्रोनिक गैजेट व कैमरे में रिकॉर्ड वीडियो व फोटो की जांच शुरू कर दी गयी. मंगलवार को समाचार पत्रों में ड्रोन का मामला सामने आते ही सीआईडी, आर्मी, बीएसएफ, एसएसबी आदि की खुफिया तंत्र के भी कान खड़े हो गये. फांसीदेवा थाना पुलिस व जांच एजेंसियों की तत्परता से ड्रोन उड़ाने वाले युवक को राडार में लिया गया. उन दोनों युवकों से गहन पूछताछ जारी है.
बिना इजाजत के ड्रोन उड़ाने के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके नाम षष्ठी पाल व समीरन पाल हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार षष्ठी व समीरन आपस में चचेरे भाई हैं. षष्ठी मूल रूप से मालदा जिले का निवासी है. पिछले पांच वर्षों से वह रंगापानी के साहुआजोत इलाके में अपनी बड़ी बहन के घर में रह रहा है. जबकि समीरन अपने परिवार के साथ इसी इलाके में रहता है. षष्ठी ने नक्सलबाड़ी कॉलेज से ही स्नातक की पढ़ाई की. वर्तमान में वह सिलीगुड़ी के एक फर्म में काम करता है.
बेवजह चक्कर में पड़े दो भाई
मिली जानकारी के अनुसार, समीरन पाल ने हाल ही में ऑनलाइन शॉपिंग की नामी कंपनी से यह ड्रोन 20 हजार रूपए में खरीदा था. सोमवार की शाम षष्ठी अपने भाई से ड्रोन मांग कर उड़ा रहा था. उड़ाने के कुछ समय बाद ड्रोन रिमोट कंट्रोल के राडार से बाहर हो गया. षष्ठी ने ड्रोन को नियंत्रित करने की काफी कोशिश की लेकिन ड्रोन आंखो से ओझल हो गया. पुलिस व खुफिया तंत्र के अब तक की जांच में ड्रोन उड़ाने के पीछे किसी भी साजिश की भनक नहीं लगी है. वहीं इन दोनों का भी किसी गिरोह के साथ सांठ-गांठ भी सामने नहीं आया है.
ड्रोन उड़ाने के लिए अनुमति जरूरी
पुलिस के आला अधिकारियों के अनुसार ड्रोन उड़ाने के लिए पुलिस व सिविल एविएशन की अनुमति अनिवार्य है. इनकी अनुमति के बिना ड्रोन उड़ाना कानूनन अपराध है. हांलाकि ये दोनों भाई इस बात से अन्जान हैं. लेकिन इससे पुलिस व सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ड्रोन उड़ाने के लिए पुलिस व सिविल एविएशन की अनुमति अनिवार्य है तो यह ड्रोन खुले बाजार व अनॉलाइन शॉपिंग साइटों व एप पर कैसे बिक रहे हैं? इसके अतिरिक्त इस हाइटेक युग में विवाह, जन्मदिन व किसी विशेष अवसर पर आयोजित निजी पार्टियों में भी ड्रोन से फोटो व वीडियो शूटिंग की जाती है.
इस पर प्रशासन ने रोक क्यों नहीं लगायी है. इस मामले को लेकर फिलहाई कोई भी अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है. फांसीदेवा थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस, सीआईडी व अन्य खुफिया तंत्र इस मामले की जांच कर रही है. ड्रोन भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में उड़ाया गया है. लेकिन ड्रोन उड़ाने के लिए किसी की अनुमति नहीं ली गयी थी. फलस्वरूप दोनों युवकों के खिलाफ देश व नागरिकों की सुरक्षा के साथ लापरवाही, कानून की अवहेलना आदि की मामला बनता है.
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