जलपाईगुड़ी : पत्नी के हत्यारे पति को मिली उम्रकैद की सजा
सात दिसंबर 2014 को गयेरकाटा इलाके में हुई थी घटना मृतका की मां ने कहा बेटी की आत्मा को मिली शांति जलपाईगुड़ी : पत्नी की हत्या के अपराध में पति को जलपाईगुड़ी के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश (तृतीय) राजीव कुमार साहा की अदालत ने शुक्रवार को उम्र कैद की सजा सुनायी. दोषी करार दिये गये […]
सात दिसंबर 2014 को गयेरकाटा इलाके में हुई थी घटना
मृतका की मां ने कहा
बेटी की आत्मा को मिली शांति
जलपाईगुड़ी : पत्नी की हत्या के अपराध में पति को जलपाईगुड़ी के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश (तृतीय) राजीव कुमार साहा की अदालत ने शुक्रवार को उम्र कैद की सजा सुनायी. दोषी करार दिये गये महिपाल इंदवार ने 7 दिसंबर, 2014 को अपनी पत्नी की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. सजा सुनाये जाने के बाद मृतका लक्ष्मी के माता-पिता ने इंसाफ मिलने की बात कहते हुए संतोष जताया.
जानकारी के मुताबिक, हत्या की घटना बारनहाट थाने के गयेरकाटा इलाके के हिंदूपाड़ा में घटी थी, जहां महिपाल इंदवार अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था. पास में ही महिपाल की ससुराल थी. घटनवाले दिन शाम को लक्ष्मी बाजार से लौटने के बाद रसोई कर रही थी.
उस समय महिपाल घर में ही था. वह कहां गयी थी, यह सवाल पूछते ही अचानक से उसने झगड़ा शुरू कर दिया. लक्ष्मी कोई जवाब दे पाती इससे पहले ही उसने उस पर झाड़ियां साफ करने में प्रयोग होनेवाले औजार झूड़नी से हमला शुरू कर दिया. चीख-पुकार सुनकर लक्ष्मी के माता-पिता भागकर उसके घर पहुंचे. बेटी को बचाते समय महिपाल ने अपने सास-ससुर पर भी हमला किया. किसी तरह से महिलपाल के हाथों से छुड़ाकर उन्होंने लक्ष्मी को बागान के अस्पताल पहुंचाया.
खराब हालत को देखकर उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज, सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया. रास्ते में ही लक्ष्मी ने दम तोड़ दिया. अगले दिन उसकी मां धल्लो करोलिया ने महिपाल के खिलाफ बानरहाट थाने में मामला दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
विभिन्न सबूतों और 10 लोगों की गवाही पर गुरुवार को अदालत ने उसे दोषी करार दिया. शुक्रवार को उसे उम्र कैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनायी गयी. जुर्माना नहीं देने पर एक साल की सजा और काटनी होगी.
सरकारी वकील तपन भट्टाचार्य ने कहा कि इस मामले में अदालत ने तेजी से सुनवाई पूरी की. पुलिस ने भी अपनी जांच फटाफट की. अदालत परिसर में मौजूद धल्लो करोलिया ने कहा कि बेटी के हत्यारे को सजा मिलने से वह खुश हैं. उनकी बेटी की आत्मा को इससे शांति मिलेगी.