माजिद अंसारी के हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग
कॉलेज गेट पर आरोपियों का फोटो चस्पां किया गया एसएफआइ व डीवाइएफआइ ने निकाली धिक्कार रैली कूचबिहार : छात्र नेता माजिद अंसारी की हत्या मामले में पिछले दो दिनों की तरह शनिवार को भी कूचबिहार शहर ठिठका हुआ नजर आया. घटना में मुख्य आरोपी कलीम मियां को पुलिस ने गिरफ्तार कर सात दिनों की रिमांड […]
कॉलेज गेट पर आरोपियों का फोटो चस्पां किया गया
एसएफआइ व डीवाइएफआइ ने निकाली धिक्कार रैली
कूचबिहार : छात्र नेता माजिद अंसारी की हत्या मामले में पिछले दो दिनों की तरह शनिवार को भी कूचबिहार शहर ठिठका हुआ नजर आया. घटना में मुख्य आरोपी कलीम मियां को पुलिस ने गिरफ्तार कर सात दिनों की रिमांड पर लिया है. लेकिन इससे मृत छात्र का परिवार व कूचबिहार कॉलेज के विद्यार्थी संतुष्ट नहीं है. उनलोगों ने इस हत्याकांड में शामिल सातों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर आन्दोलन जारी रखा है. कॉलेज में चल रही परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया. हत्यारों की गिरफ्तारी होने तक कॉलेज बंद रखने की मांग के साथ कॉलेज गेट पर आरोपियों का फोटो चस्पां किया गया है.
आन्दोलनकारियों ने शहर के हर चौराहे पर माजिद हत्याकांड में शामिल आरोपियों के पोस्टर चिपकाने की चेतावनी दी है. मृतक के बड़े भाई साजिद अंसारी की अगुवाई में कूचबिहार कॉलेज में शनिवार को विरोध प्रदर्शन चला. कलीम मियां के अलावा अन्य आरोपी खुला घूम रहे हैं. माजिद के पिता ने कहा कि लगभग हर रोज कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक विभिन्न समाचार पत्रों में अपना कारनामा छपवाते रहते हैं, लेकिन दिनदहाड़े एक कॉलेज छात्र को गोली मारी जाती है और घटना के 15 दिनों के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाती है. उन्होंने कहा कि यह पुलिस अधीक्षक की नाकामी है या राजनैतिक षड्यंत्र. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के हाथों में कॉपी-किताब के स्थान पर हथियार कौन पहुंचा रहा है, यह देखना पुलिस की जिम्मेदारी है. माजिद के हत्यारों को अबिलंब गिरफ्तार नहीं किये जाने पर पुलिस अधीक्षक के बंगले के सामने धरने पर बैठने की भी उन्होंने चेतावनी दी है.
कूचबिहार में छात्र हत्याकांड का विरोध अब किसी एक राजनैतिक संगठन के दायरे से निकल चुका है. इस मौत को कोई स्वीकार करने को तैयार नहीं है. इस हत्याकांड के खिलाफ वाम संगठनों एसएफआई एवं डीवाईएफआई ने सम्मिलित तौर पर शनिवार को शहर में धिक्कार रैली निकाली. एसएफआई ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए घटना का विरोध जताया है. छात्र संगठन के नेता शुभ्रालोक दास एवं आकिक हसन ने कहा कि छात्र राजनीति के नाम पर कॉलेजों में जबरन वसूली व लगातार बढ़ती वर्चस्व की लड़ाई का यह प्रत्यक्ष प्ररिणाम है. माजिद की मौत अत्यंत दुखद है. कॉलेजों पर कब्जा करने के लिए छात्रों के हाथों में हथियार दिया जा रहा है. उन्होंने कहा छात्र राजनीति के अपराधीकरण का प्रतिवाद होना चाहिए.