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फर्जी सामाजिक संगठनों पर नकेल कसने की तैयारी

सिलीगुड़ी : फर्जी सामाजिक संगठनों के खिलाफ सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस मुहिम छेड़ने जा रही है. ऐसे संगठनों के नाम पर आम लोगों पर धौंस जमाने व रुपये ऐंठनेवालों की धर-पकड़ के लिए खुफिया विभाग के अधिकारियों को लगाया गया है. पुलिस के इस रुख से सिलीगुड़ी के कई फर्जी संगठनों की कुर्सी अब डोलने लगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2018 1:31 AM
सिलीगुड़ी : फर्जी सामाजिक संगठनों के खिलाफ सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस मुहिम छेड़ने जा रही है. ऐसे संगठनों के नाम पर आम लोगों पर धौंस जमाने व रुपये ऐंठनेवालों की धर-पकड़ के लिए खुफिया विभाग के अधिकारियों को लगाया गया है. पुलिस के इस रुख से सिलीगुड़ी के कई फर्जी संगठनों की कुर्सी अब डोलने लगी है. इस तरह के संगठनों व उनके तथाकथित पदाधिकारियों का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने आम लोगों से भी सहायता की अपील की है.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी में विभिन्न प्रकार के सामाजिक संगठन है. अधिकांश संगठन लोगों की सहायता में काम कर रहे हैं. लेकिन इनकी आड़ में कुछ लोग फर्जीवाड़ा भी चला रहे हैं. मानवाधिकार, क्राइम कंट्रोल, महिला मानवाधिकार व अन्य कई नामों से बहुत से संगठन सिलीगुड़ी में कुकुरमुत्ते की तरह उग आये हैं. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इस तरह के फर्जी संगठनों का मुख्य मकसद ही रुपया कमाना या धौंस जमाना होता है. लोगों से रुपये लेकर पद व आईकार्ड मुहैया कराया जाता है.
रुपया देकर पद व आईकार्ड मिलने के बाद लोग खुद को वीआईपी बनाने की जद्दोजहद में जुट जाते हैं. मोटरसाइकिल व कार में बड़े-बड़े अक्षरों में संगठन का नाम व पद का बोर्ड लगा कर चलते हैं. सिलीगुड़ी शहर में कुछ ऐसी गाड़ियां भी देखने को मिली हैं, जिनके तामझाम के सामने पुलिस या सेना के अधिकारियों की गाड़ियां फेल हैं. ऐसी गाड़ियों से ट्राफिक पुलिसकर्मी भी धोखा खा जाते हैं, तो आम लोगों का इस तरह की गाड़ियों की देखकर घबराना स्वाभाविक है.
इतना ही नहीं, इस तरह के फर्जी संगठनों के सदस्य दो पक्षों या परिवारिक कलह आदि का निपटारा करने भी पहुंचते हैं. गाड़ी पर लगा बोर्ड व इनका रुतबा देखकर डरे-सहमे लोग इनके निर्णय पर सहमति भी जताते हैं. सूत्रों की मानें तो इस तरह के फर्जी संगठनों की एक रिपोर्ट खुफिया विभाग ने गृह मंत्रालय को सौंपी है. इनकी जड़ें खोदने का निर्देश भी खुफिया विभाग को सौंपा गया है. इस संबंध में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर भरतलाल मीण ने बताया कि इस तरह का बोर्ड लगाकर ये लोग वीआईपी की अपनी छाप बनाने की कोशिश करते हैं.
लोगों को इनसे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डिप्टी पुलिस कमिश्नर नागेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ऐसे फर्जी संगठन व उनके सदस्यों की तलाश कर रही है. शहर के नागरिकों से भी ऐसे फर्जी संगठन व गाड़ी पर बोर्ड लगाकर घूम रहे लोगों की जानकारी देने की अपील की गयी है.

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