चार बांग्लादेशी नाबालिगों को भेजा गया स्वदेश

बालुरघाट : शहर के सरकारी होम में रह रहे चार बांग्लादेशी नाबालिगों का मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हिली चेकपोस्ट के जरिये वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में प्रत्यर्पण किया गया. इस मौके पर इन बच्चों के अभिभावक भी उपस्थित थे. ये सभी काम की तलाश में दलालों के मार्फत अवैध तरीके से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2018 1:39 AM
बालुरघाट : शहर के सरकारी होम में रह रहे चार बांग्लादेशी नाबालिगों का मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हिली चेकपोस्ट के जरिये वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में प्रत्यर्पण किया गया. इस मौके पर इन बच्चों के अभिभावक भी उपस्थित थे. ये सभी काम की तलाश में दलालों के मार्फत अवैध तरीके से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया था. इन चारों के अलावा शुभायन होम में 22 बांग्लादेशी नाबालिग रह गये हैं.
उक्त चारों नाबालिगों में 16 साल का मोहम्मद अराफात (कल्पित नाम) बांग्लादेश के मौलबी बाजार इलाके का निवासी है. उसने 22 दिसंबर 2016 को हिली सीमा से भारत में प्रवेश किया था. उसके बाद वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया. उसे चाइल्ड लाइन की मदद से शुभायन होम में रखा गया. मोहम्मद असद (कल्पित नाम) ने 24 दिसंबर 2016 को बांग्लादेश के रंगपुर जिले से हिली सीमा होकर भारत में प्रवेश करते समय बीएसएफ के हाथों पकड़ा गया.
वह भी काम की तलाश में आया था. इसी तरह उज्ज्वल माली (14 वर्ष कल्पित नाम) अपने तीन दोस्तों सागर, खोकन और उमान के साथ काम की तलाश और भारत भ्रमण के लिए हिली सीमा से घुसपैठ किया. ये बालुपाड़ा नामक स्थान में पुलिस की गिरफ्त में आ गये. इन सभी को चाइल्ड लाइन की मदद से शुभायन होम में रखा गया. उल्लेखनीय है कि सागर, खोकन और उमान का प्रत्यर्पण पहले ही हो चुका है.
जानकारी अनुसार बीते 29 जुलाई 2017 को 16 साल के मोहम्मद उमीद (कल्पित नाम) बांग्लादेश के घोड़ाघाट दिनाजपुर जिला से अपने पिता के साथ काम की तलाश में अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया. उसी दौरान पिता-पुत्र पकड़े गये. उसके पिता फिलहाल बालुरघाट सुधार गृह में बंदी हैं.
आज दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में चारों बच्चों का प्रत्यर्पण किया गया. अपने परिवार से लंबे समय के बाद मिलने पर चारों बच्चे भावुक हो उठे.
प्रत्यर्पण प्रक्रिया के समय डिप्टी मजिस्ट्रेट और जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण के सचिव सोमेन्द्र नाथ राय, शुभायन होम के अधीक्षक दावा दोरजे शेरपा, जिला शिशु सुरक्षा इकाई के अधिकारी सुबोध दास, चाइल्ड लाइन के जिला संयोजक सूरज दास और बांग्लादेश के हिली इमिग्रेशन चेकपोस्ट के ओसी आफताब हुसैन मौजूद रहे. इनके अलावा दोनों देशों के बीएसएफ और बीजीबी के अधिकारी मौजूद थे.

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