नागरकाटा : आंदोलन के दूसरे दिन लुकसान चाय बागान में तनाव

नागराकाटा. ज्वाइंट फोरम की ओर से न्यूनतम मजदूरी को लेकर किये जा रहे आंदोलन के दूसरे दिन बुधवार को लुकसान चाय बागान में तनाव देखा गया. सुबह में ज्वाइंट फोरम की घोषणा के अनुरूप लुकसान चाय बागान में गेट मीटिंग कर प्रबंधन कार्यालय के समक्ष न्यूनतम मजदूरी की मांग करते हुये प्रदर्शन किया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2018 2:05 AM
नागराकाटा. ज्वाइंट फोरम की ओर से न्यूनतम मजदूरी को लेकर किये जा रहे आंदोलन के दूसरे दिन बुधवार को लुकसान चाय बागान में तनाव देखा गया. सुबह में ज्वाइंट फोरम की घोषणा के अनुरूप लुकसान चाय बागान में गेट मीटिंग कर प्रबंधन कार्यालय के समक्ष न्यूनतम मजदूरी की मांग करते हुये प्रदर्शन किया जा रहा था.
तभी कुछ कार्यकर्ताओं ने चाय बागान के मुख्य द्वार को बंद करते हुये पूर्णत: बंदी की मांग करने लगे. उस समय चाय प्रबंधक समेत अन्य सहायक प्रबंधक कार्यालय के अंदर ही मौजूद थे. बाद में मालबाजार व नाराकाटा थाना से पुलिस ने पहुंचकर गेट खोला और स्थिति को सामान्य किया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फोरम कार्यकर्ता चाय बागान को जबरन बंद कराने का प्रयास कर रहे थे, जबकि कुछ मजदूर सुबह से ही काम कर रहे थे. इसी विषय को लेकर फोरम कार्यकर्ता भड़क गए और फैक्ट्री को बंद करने की मांग करते हुए चाय बागान के मुख्य द्वार को बंद कर दिया. बाद में उपाधीक्षक दिवाकर दास पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर ताला खोलते हुए आंदोलनकारियों से बात करते हुए अवरोध को हटाया.
चाय बागान ज्वाइंट फोरम नेता एवं भारतीय टी वर्कस यूनियन के सचिव चुन्नीलाल मुंडा ने बताया कि हम चाय श्रमिकों के हित में न्यूतम मजदूरी, बंद चाय बागान को खोलना, राशन सहित अन्य महत्वपूर्ण मागों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. आज चाय बागान के 12 सौ श्रमिकों में से कुछ तृणमूल समर्थकों ने काम किया. बाकि ने काम नहीं किया. आज का बंद पूर्ण रूप से सफल होने का बातें उन्होंने कही.
इधर तृणमूल श्रमिक नेता टिके सुब्बा ने इस बंद को असफल बताते हुए चाय बागानों के भोले-भाले श्रमिकों को गुमराह कर फोरम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. लुकसान चाय प्रबंधक अपोलो सरकार ने बताया कि चाय बागान में किसी तरह के कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. जो आंदोलन कर रहे हैं, वे करें. जिनको काम करना है, वह भी कर रहे हैं.
मगर चाय बागान में इस तरह अवरोध होने से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. जिसका असर श्रमिकों पर होगा. मालबजार पुलिस उपाधीक्षक दिवाकर दास ने बताया कि चाय बागान में सुबह कुछ तनाव देखा गया था, जो बाद में शांत हो गया. आंदोलनकारियों से बातकर माहौल को शांत किया गया. फिलहाल चाय बागान में किसी भी प्रकार की कोई घटना नहीं हुयी है.

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