फिर निकला एसजेडीए घोटाले का जिन्न, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भेजा ज्ञापन

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) में कथित रूप से करीब 200 करोड़ रुपए के घोटाले का जिन्न एक बार फिर से सामने आ गया है. इस बार कांग्रेस ने कई वर्षों बाद इस घोटाले की जांच की मांग की है. इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक ज्ञापन भी दिया गया है. कांग्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2018 3:26 AM
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) में कथित रूप से करीब 200 करोड़ रुपए के घोटाले का जिन्न एक बार फिर से सामने आ गया है. इस बार कांग्रेस ने कई वर्षों बाद इस घोटाले की जांच की मांग की है. इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक ज्ञापन भी दिया गया है. कांग्रेस नेता तथा सिलीगुड़ी नगर निगम में पार्षद सुजय घटक द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन लेकर कांग्रेस नेता शुक्रवार को एसजेडीए कार्यालय पहुंचे.
वहीं उनलोगों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में एसजेडीए में हुए करीब 200 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच की मांग की गई है. मुख्यमंत्री को दिये ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान मुख्यमंत्री के निर्देश पर सिलीगुड़ी में बड़े पैमाने पर जमीन माफिया की धरपकड़ हो रही है. इससे यहां के आम लोगों का भरोसा बढ़ा है. आम लोग इसके साथ ही एसजेडीए में हुए घोटाले की जांच की भी उम्मीद लगाए हुए हैं.
ज्ञापन देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेताओं ने बताया है कि एसजेडीए के विभिन्न परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई. खासकर सिलीगुड़ी के विभिन्न स्थानों में त्रिफला लाइट तथा सीसीटीवी कैमरे आदि लगाने के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है. जोरापानी नदी पर बांध बनाने तथा नदी की गहराई के नाम पर भी करोड़ों रुपए डकार लिए गए हैं. कई बार इस मामले की जांच की मांग सरकार से की गई. लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ.
इसलिए एक बार फिर से मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच की मांग की गई है. श्री घटक ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि बागडोगरा, मालबाजार तथा मयनागुड़ी में विद्युत शवदाह गृह के निर्माण की भी बात थी. इसके लिए भी एसजेडीए की ओर से करोड़ों रूपए जारी किए गए. लेकिन कहीं भी विद्युत शवदाह गृह का निर्माण नहीं हुआ. उन्होंने इस मामले में भी सरकारी रुपए की हेराफेरी का आरोप लगाया. उन्होंने अपने ज्ञापन में आगे कहा है कि नौकाघाट तथा फूलबाड़ी इलाके में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की मंजूरी एसजेडीए की ओर से काफी पहले दे दी गई थी.
आवश्यक धन भी आवंटित कर दिए गए. उसके बाद भी इन दोनों प्लांटों का कोई अता-पता नहीं है. उन्होंने इस पूरे मामले की जांच कर दोषियों को उचित सजा देने की मांग की. यहां उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में एसजेडीए पर विभिन्न परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगा था. तब वाम मोर्चा की ओर से एसजेडीए पर 200 करोड़ रूपये के घोटाले का आरोप लगाया गया था. उस समय एसजेडीए के चेयरमैन सिलीगुड़ी के तत्कालीन तृणमूल विधायक डॉ रुद्रनाथ भट्टाचार्य थे.
इस मामले में एसजेडीए के कुछ इंजीनियरों तथा ठेकेदारों की गिरफ्तारी भी हुई थी. उसके बाद से लेकर अब तक यह मामला ठंडा पड़ गया है. यहां तक की एसजेडीए के तत्कालीन सीईओ एक आईएएस अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया था. ज्ञापन देते समय कांग्रेस नेता पिंटु घोष,संपा दास तथा सुजित दत्ता भी उपस्थित थे.

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