उर्मिला व लक्ष्मी ने किया शृंगार, कटा केक
सिलीगुड़ी. 12 अगस्त को देश-दुनिया के साथ सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी में भी पूरे उत्साह के साथ विश्व हाथी दिवस मनाया गया. इस मौके पर सेवक रोड स्थित बंगाल सफारी पार्क की दो मादा हाथियों उर्मिला और लक्ष्मी का पूरा शृंगार किया गया और केक काटा गया. दोनों ने तरह-तरह के फलों की खास दावत […]
सिलीगुड़ी. 12 अगस्त को देश-दुनिया के साथ सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी में भी पूरे उत्साह के साथ विश्व हाथी दिवस मनाया गया. इस मौके पर सेवक रोड स्थित बंगाल सफारी पार्क की दो मादा हाथियों उर्मिला और लक्ष्मी का पूरा शृंगार किया गया और केक काटा गया. दोनों ने तरह-तरह के फलों की खास दावत भी उड़ायी.
आम दिनों में उर्मिला और लक्ष्मी अपनी पीठ पर पर्यटकों को बिठाकर बंगाल सफारी की सैर कराती हैं, लेकिन रविवार को हाथी दिवस के मौके पर उन्हें इस ड्यूटी से मुक्त रखा गया. सजी-धजी दोनों हथिनियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रहीं. बंगाल सफारी पार्क के एक अधिकारी आदित्य मित्रा ने बताया है कि विश्व हाथी दिवस पर एक विशेष प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी. इसमें हाथियों के बारे में जानकारी देनेवाले विभिन्न चित्र लगाये गये.
उन्होंने कहा कि आज के समय में जंगली जानवरों खासकर हाथियों और इनसानों के बीच संघर्ष को खत्म करना जरूरी है. लोगों को यह समझना होगा कि हाथी बेवजह हमला नहीं करते. उनके रहने के स्थान सिकुड़ रहे हैं, उनके गलियारों में मानव निर्मित बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं, इसीलिए उसका मनुष्य से टकराव देखने को मिल रहा है. यूं तो हाथी बेहद शांत प्रकृति का जीव है, लेकिन कई बार लोगों की छेड़छाड़ से वह भड़क उठता है.