अहलुवालिया को गोजमुमो ने घेरा, मुर्दाबाद और गो बैक के भी लगाये गये नारे
सिलीगुड़ी : गोरखालैंड आंदोलन के दौरान जब दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 105 दिनों तक बंद था, तब यहां के सांसद एसएस अहलुवालिया कहां थे. अब चुनाव सामने आ रहा है. चुनाव में फायदा उठाने के लिए अहलुवालिया एक बार फिर से शांत पहाड़ को अशांत करना चाहते हैं. कुछ इसी तरह का आरोप लगाते हुए […]
सिलीगुड़ी : गोरखालैंड आंदोलन के दौरान जब दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 105 दिनों तक बंद था, तब यहां के सांसद एसएस अहलुवालिया कहां थे. अब चुनाव सामने आ रहा है. चुनाव में फायदा उठाने के लिए अहलुवालिया एक बार फिर से शांत पहाड़ को अशांत करना चाहते हैं. कुछ इसी तरह का आरोप लगाते हुए गोजमुमो के विनय तमांग गुट ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री तथा दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. विनय तमांग समर्थक काफी संख्या में बागडोगरा एयरपोर्ट के निकट जमा हो गए और एसएस अहलूवालिया को काला झंडा दिखाया. उल्लेखनीय है कि श्री अहलुवालिया कल बुधवार को सिलीगुड़ी आए थे.
आज वह बागडोगरा से विमान द्वारा नई दिल्ली लौट गए हैं. उनके बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचने से पहले एप्रोच सड़क पर काफी संख्या में गोजमुमो समर्थक जमा हो गए . इनके पास काले झंडे के साथा गोजमुमो का झंडा भी था. विनय तमांग गुट के समर्थक एसएस अहलुवालिया मुर्दाबाद तथा एसएस अहलुवालिया को बैक के नारे भी लगा रहे थे.
आज इस आंदोलन में गोजमुमो नेता श्यामसंग तामांग,प्रताप लामा, प्रेम तमांग, नरेश विश्वकर्मा आदि शामिल थे. इन्हीं के नेतृत्व में काफी संख्या में गोजमुमो समर्थक बागडोगरा एयरपोर्ट के निकट सड़क पर जमा हुए थे. जैसे ही आहलुवालिया का काफिला करीब 4:25 बजे बागडोगरा एयरपोर्ट की ओर गुजरा, वैसे ही यह लोग नारेबाजी करने लगे. गोजमुमो के इस आंदोलन के देखते हुए पुलिस की भी तैनाती पहले से कर दी गई थी. बागडोगरा थाना के ओसी दीपांजन दास के नेतृत्व में पुलिसकर्मी गोजमुमो समर्थकों को रोकने की कोशिश कर
रहे थे.
आहलुवालिया की गाड़ी जब वहां से गुजर रही थी तो गोजमुमो समर्थक उनकी गाड़ी के सामने आ गए और काला झंडा दिखाते हुए नारेबाजी करने लगे. कड़ी सुरक्षा के बीच श्री आहलुवालिया बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे. शाम 6:00 बजे के विमान से वह दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. मोर्चा नेता श्यामसंग तामांग ने कहा है कि विनय तमांग के नेतृत्व में पहाड़ एवं डुवार्स में शांति है. पहाड़ के लोग काफी खुश हैं .
अब लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए श्री अहलुवालिया एक बार फिर से पहाड़ पर आग लगाना चाहते हैं. जब 105 दिन तक पहाड़ बंद था तब उनका कोई अता-पता नहीं था. पहाड़ की जनता ने एसएस अहलुवालिया तथा भाजपा को पूरी तरह से नकार दिया है. पहाड़ के लोग अब दोबारा गलती नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि श्री अहलुवालिया को किसी भी कीमत पर पहाड़ चढ़ने नहीं दिया जाएगा. यहां उल्लेखनीय है कि एसएस अहलुवालिया ने सिलीगुड़ी में एक संवाददाता सम्मेलन में साफ तौर पर के विमल गुरूंग का समर्थन किया था.