सिलीगुड़ी : हिम्मत का दाहिना हाथ श्याम यादव हुआ भूमिगत

सिलीगुड़ी : जमीन की धोखाधड़ी करने के कई मामलों में गिरफ्तार सिलीगुड़ी के 46 नंबर वार्ड के चंपासारी इलाका निवासी जयप्रकाश सिंह चौहान उर्फ हिम्मत का दाहिना हाथ कहा जानेवाला श्याम यादव भूमिगत हो चुका है. वार्ड के ही पोकाईजोत निवासी व पेशे से सब्जी विक्रेता देवशरण महतो के अपहरण मामले में प्रधान नगर थाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2018 6:02 AM
सिलीगुड़ी : जमीन की धोखाधड़ी करने के कई मामलों में गिरफ्तार सिलीगुड़ी के 46 नंबर वार्ड के चंपासारी इलाका निवासी जयप्रकाश सिंह चौहान उर्फ हिम्मत का दाहिना हाथ कहा जानेवाला श्याम यादव भूमिगत हो चुका है.
वार्ड के ही पोकाईजोत निवासी व पेशे से सब्जी विक्रेता देवशरण महतो के अपहरण मामले में प्रधान नगर थाना की पुलिस बीते नौ दिनों से उसकी तलाश कर रही है. लेकिन, अपहृत देवशरण व अपहरण के मुख्य आरोपी श्याम का पुलिस को नौ दिनों बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. अपहरण मामले में श्याम के अन्य शागिर्दों को भी खोजने में पुलिस जुटी हुई है, लेकिन किसी के भी गिरेबान तक पुलिस के हाथ अब तक नहीं पुहंच पाये हैं. पुलिस का कहना है कि सभी की तलाश जारी है.
सब्जी विक्रेता देवशरण पहले अपने पूरे परिवार के साथ 46 नंबर वार्ड के ही दार्जिलिंग मोड़ के पास राजीव नगर में रहता था. तकरीबन तीन वर्ष पहले वह पोकाईजोत में दो जमीन कट्टा जमीन खरीदकर मकान बनाकर रहने लगा. उसने यह दो कट्टा जमीन श्याम यादव से नौ लाख रुपये में खरीदी थी.
नौ लाख रुपये के बदले श्याम ने देवशरण को केवल एक फर्जी स्टांप पेपर साइन करके दे दिया. स्टांप पेपर में उसने खुद को जमीन का मालिक बताया, लेकिन अब तक उसने जमीन की रजिस्ट्री नहीं दी. तकरीबन एक वर्ष पहले सरस्वती प्रसाद विश्वास नामक एक महिला ने खुद को उस जमीन का मालिक बताया और जमीन खाली करने की चेतावनी दी. उसी दौरान उसने प्रधान नगर थाना में मामला भी दायर कराया. जमीन की धोखाधड़ी की बात सामने आने पर देवशरण व उनका परिवार श्याम यादव पर जमीन की रजिस्ट्री और असल कागजात देने के लिए दबाव बनाने लगा. इसके बाद ही श्याम और उसके गुर्गे देवशरण व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देने लेगे. सरस्वती प्रसाद की शिकायत पर पुलिस एक साल तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.
हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भू-माफिया के खिलाफ कड़े निर्देश जारी करने के बाद सिलीगुड़ी पुलिस हरकत में आयी और भू-माफिया की धर-पकड़ शुरू की. अपनी जमीन से बेदखल हो चुके लोगों में दोबारा जमीन पाने की आस जगी और कई लोग दुबारा पुलिस के पास शिकायत लेकर हाजिर हुए.
इन्हीं में से सरस्वती ने भी अपनी जमीन को लेकर महीने भर पहले दोबारा प्रधान नगर थाना की पुलिस के पास फरियाद की और जमीन को अवैध दखल से मुक्त कराने के लिए गुहार लगायी. इसके बाद पुलिस इस मामले को लेकर हरकत में आयी और पुलिस ने तफ्तीश शुरू की. इससे देवशरण की भी परेशानी बढ़ने लगी. देवशरण फिर से श्याम यादव पर जमीन के कागजात हेतु दबाव देने लगा.
देवशरण की पत्नी मीना देवी द्वारा थाना में दायर अपहरण के मामले में उल्लेख है कि 21 अगस्त यानी मंगलवार शाम को पति के मोबाइल पर एक कॉल आया.
वह मोबाइल पर बात करते हुए ही घर से बाहर निकले. घर के बाहर बाइक पर सवार दो लोगों के साथ वह कहीं चले गये. उसके बाद से ही पति का मोबाइल फोन बंद पड़ा है और उनका कुछ अता-पता नहीं चल रहा. बाइक सवार दो लोग श्याम यादव के ही गुर्गे हैं. जमीन को लेकर ही श्याम ने उनके पति का अपहरण कराया है. इस वारदात के बाद से ही श्याम का मोबाइल भी बंद पड़ा है.
दाने-दाने को मोहताज देवशरण का परिवार
21 अगस्त यानी मंगलवार शाम को देवशरण महतो के अपहरण के बाद उसका परिवार अब दाने-दाने को मोहताज हो गया है. पूरे परिवार के भरण-पोषण का पूरा भार देवशरण के ही कंधों पर था. वह सब्जी बेचकर परिवार का पेट पालता था.
पत्नी मीना देवी महतो का कहना है कि सात दिनों से पति का कोई अता-पता नहीं है. अब परिवार के लिए भुखमरी की नौबत आ गयी है. हर रोज थाना जाकर दारोगा बाबू से पति की खोज-खबर लेते हैं. लेकिन हर दिन पुलिस एक ही बात कहती है- ‘तलाश चल रही है.’ आखिर अब हम कहां जायें, किससे गुहार लगायें, कुछ समझ में नहीं आ रहा.
पुलिस बोली, आरोपी होंगे सलाखों के पीछे
प्रधान नगर थाना के इंस्पेक्टर पंकज थापा का कहना है कि पुलिस पूरे घटनाक्रम की गंभीरता के साथ तफ्तीश कर रही है. फिलहाल देवशरण, आरोपी श्याम यादव व उसके अन्य शागिर्दों को कोई पता नहीं चल रहा. सभी आरोपी भूमिगत हो चुके हैं.
हर संभावित ठिकाने पर पुलिस नजर गड़ाये हुए है. सभी को पकड़ने के लिए लगातार मुहिम भी चलायी जा रही है. आरोपी जल्द सलाखों के पीछे होंगे.

Next Article

Exit mobile version