बालुरघाट : रिक्शा चला 20 सालों तक की विद्यार्थियों की मदद
बालुरघाट : जब तक शरीर में ताकत रही रिक्शा चलाकर जरूरतमंद विद्यार्थियों का सहयोग करते रहे. लेकिन अब उम्र 80 के आसपास हो चली है. काम करने की ताकत नहीं है. लेकिन आर्थिक तंगी से किसी की पढ़ाई छूट जाये, यह रिक्शा चालक रहे स्वपन अधिकारी को बरदाश्त नहीं होता है. इसलिए विभिन्न समय में […]
बालुरघाट : जब तक शरीर में ताकत रही रिक्शा चलाकर जरूरतमंद विद्यार्थियों का सहयोग करते रहे. लेकिन अब उम्र 80 के आसपास हो चली है. काम करने की ताकत नहीं है.
लेकिन आर्थिक तंगी से किसी की पढ़ाई छूट जाये, यह रिक्शा चालक रहे स्वपन अधिकारी को बरदाश्त नहीं होता है. इसलिए विभिन्न समय में मिले पुरस्कारों व अपनी जमा पूंजी से वह जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद करते हैं. शुक्रवार को उन्होंने बालुरघाट थाना के नाजिरपुर हाई स्कूल के 40 विद्यार्थियों को कॉपी-किताब प्रदान किये. कार्यक्रम में बालुरघाट की सांसद अर्पिता घोष, स्कूल के शिक्षक व शिक्षिका उपस्थित रहे.
बालुरघाट थाना के पतिराम ग्राम पंचायत के पोल्लापाड़ा इलाके में स्वपन अधिकारी का घर है. वह पेशे से रिक्शाचालक थे. एक बार रिक्शा चलाते हुए एक यात्री का रुपये से भरा बैग उन्होंने लौटाया था. इसके बाद मिली सराहना से प्रेरित होकर वह समाज सेवा के काम में जुट गये.
ह अपनी कमाई के एक हिस्से से इलाके के जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद करने लगे. इस कार्य से उन्हें कई पुरस्कार भी मिले. इसी पुरस्कार के रुपये से शुक्रवार को नाजिरपुर हाईस्कूल के 40 जरूरतमंद विद्यार्थियों को उन्होंने किताब, कॉपी व पेन प्रदान किये. स्वपन मजूमदार ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से इलाके के जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद करते आये हैं.
कार्यक्रम के दौरान सांसद अर्पिता घोष ने बताया कि आज के समय में स्वपन जैसे नि:स्वार्थ भावना से काम करनेवाले लोग विरल है. उन्होंने आशा जतायी की कि उनसे प्रेरणा लेकर और लोग भी विद्यार्थियों की मदद को आगे आयेंगे.