चेंगड़ाबांधा: मारपीट में सात छात्र हुए घायल

एबीवीपी व तृणमूल छात्र परिषद में भिड़ंत शिक्षकों को भागकर ऑफिस में लेना पड़ा शरण चेंगड़ाबांधा : शिक्षक दिवस पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मान दिये जाने की परंपरा है. लेकिन मेखलीगंज में इसके उलट तस्वीर देखने को मिली. दो छात्र संगठनों एबीवीपी और तृणमूल छात्र परिषद के टकराव में शिक्षकों को भागकर ऑफिस में शरण लेनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2018 9:04 AM
एबीवीपी व तृणमूल छात्र परिषद में भिड़ंत
शिक्षकों को भागकर ऑफिस में लेना पड़ा शरण
चेंगड़ाबांधा : शिक्षक दिवस पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मान दिये जाने की परंपरा है. लेकिन मेखलीगंज में इसके उलट तस्वीर देखने को मिली. दो छात्र संगठनों एबीवीपी और तृणमूल छात्र परिषद के टकराव में शिक्षकों को भागकर ऑफिस में शरण लेनी पड़ी. बबाल की शुरूआत शिक्षक दिवस कार्यक्रम में बाहरी छात्रों की उपस्थिति को लेकर हुयी.
कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सुजय पाल ने समारोह कक्ष में पहुंचकर कहा कि बाहरी छात्रों की उपस्थिति में वे लोग कोई सम्मान ग्रहण नहीं करेंगे. लेकिन तृणमूल छात्र परिषद के लोग बाहरी छात्रों की बात मानने को राजी नहीं हुये. इसके बाद जब शिक्षक भी कार्यक्रम में आने को तैयार नहीं हुये तो कुछ छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद एबीवीपी के छात्रों ने इसका प्रतिवाद किया.
हंगामा बढ़ने की खबर पाकर मेखलीगंज थाने के ओसी अजीत कुमार साव विशाल पुलिस वाहिनी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने हंगामे के बीच से शिक्षकों को बाहर निकाला. एबीवीपी के नेता अनुपम दत्त ने बताया कि तृणमूल छात्र परिषद के लोग बाहर से लोगों को लाये थे, इसी के चलते हंगामा हुआ. बाहरी लोगों ने ही कॉलेज में तोड़फोड़ की. कुर्सी और मेज के पाये तोड़कर उससे हमारे संगठन के छात्रों को पीटा गया.
इसमें 6-7 छात्र घायल हुये हैं. दूसरी तरफ कॉलेज की पूर्व जीएस तथा कार्यवाहक छात्र संसद की सरकारी मनोनीत प्रतिनिधि की रेणु खातून ने बताया कि हमलोग शिक्षक दिवस का शांतिपूर्ण पालन कर रहे थे. लेकिन विरोधी खेमे के बाहरी लोगों ने आकर कॉलेज में उपद्रव किया.

Next Article

Exit mobile version