सिलीगुड़ी व आसपास के इलाके में कई पुल खतरनाक, बालासन सेतु का पिलर एक ओर झुका

बागडोगरा/ सिलीगुड़ी : कोलकाता के माझेरहाट में ओवरब्रिज और फांसीदेवा में पुल टूटकर गिरने से सिलीगुड़ी और आसपास के लोग विभिन्न पुलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गये हैं. कई पुलों की स्थिति इस चिंता को और बढ़ा रही है. माटीगाड़ा के बालासान सेतु की हालत देखकर भी इलाके में चिंता बढने लगी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2018 2:01 AM
बागडोगरा/ सिलीगुड़ी : कोलकाता के माझेरहाट में ओवरब्रिज और फांसीदेवा में पुल टूटकर गिरने से सिलीगुड़ी और आसपास के लोग विभिन्न पुलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गये हैं. कई पुलों की स्थिति इस चिंता को और बढ़ा रही है. माटीगाड़ा के बालासान सेतु की हालत देखकर भी इलाके में चिंता बढने लगी है. उत्तर बंगाल के प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी के साथ संपर्क स्थापित करने में इस पुल की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसके पिलर के झुके होने को लेकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) भी चिंता में है.
कुछ महीनों में विभिन्न इलाकों में कई पुलों के टूटने की खबरों से राज्य सरकार भी विचलित है. राज्य की ओर से विभिन्न पुलों की देखरेख व जांच-पड़ताल के निर्देश दिये गये है. शुक्रवार सुबह माटीगाड़ा बालासन सेतु की वर्तमान स्थिति का जायजा लेने लोक निर्माण विभाग के सहकारी इंजीनियर दीपकंर मंडल अन्य कर्मचारियों के साथ पहुंचे. विभागीय कर्मचारियों ने 7 नंबर पिलर के एक ओर झुके होने को लेकर चिंता जतायी है. माटीगाड़ा की ओर से बागडोगरा की ओर आने में 7 नंबर पिलर झुका हुआ है. इस पुराने पुल की देखरेख लम्बे समय से नहीं हो रही है.
आरोप है कि पुल के नीचे से अवैध रूप से बालू-पत्थर निकाले जाने के कारण पिलर की नींव कमजोर हो रही है. इसके अलावा पुल के फुटपाथ के स्लैब टूटने से खतरनाक स्थिति बनी हुई है. रेलिंग भी काफी कमजोर हो चुकी है. पिलर के आसपास बरगद उगने लगे है. शुक्रवार को झाड़ियों की सफाई का काम शुरू हुआ.
मुआयना करने के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने बताया जांच के बाद ही इस मामले मे कुछ कहा जा सकता है. अगर निर्माण के समय ही झुका हुआ बनाया गया है तो चिंता का विषय नहीं है. लेकिन कमजोर होकर यदि झुक गया है तो चिंता अवश्य है. बारिश का मौसम होने के कारण नदी में पानी ज्यादा है व बहाव भी तेज है, इसलिए नींव की जांच करना संभव नहीं हुआ.
दूसरी ओर माटीगाड़ा ब्लॉक की पाथरघाटा ग्राम पंचायत के फूलबाड़ी पत्तन एवं फूलबाड़ी बस्ती जाने के रास्ते में रक्ती नदी के पर बने पुल का पिलर 10 सालों से बैठ गया है. लेकिन उसके मरम्मत की कोई पहल नहीं हो रही है. हर रोज इस पुल के ऊपर से जान जोखिम में डालकर लोग गुजरने को मजबूर है. इलाके के निवासियों ने बताया कि वाम सरकार के समय महकमा परिषद की ओर से पुल बनाने के बाद से आज तक उसकी मरम्मत नहीं की गयी है.
इधर, सिलीगुड़ी शहर के चंपासरी इलाके में सिलीगुड़ी गेस्ट हाउस के पास एनएच 31 पर बने महानंदा पुल का एक पिलर तिरछा होने की बात कही जा रही है. हालांकि अभी इंजीनियरों ने इसकी जांच-पड़ताल नहीं की है.

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